हर साल 11 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमारे जीवन में पहाड़ों के महत्व को समझने और उनके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। पहाड़ प्राकृतिक संसाधनों के स्रोत हैं, जो ताजा पानी, कृषि सहायता, स्वच्छ ऊर्जा, दवाइयां और जैव विविधता प्रदान करते हैं। लेकिन जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक दोहन और प्रदूषण के कारण आज पर्वतीय क्षेत्र संकट में हैं।
International Mountain Day का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस की शुरुआत 1992 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास सम्मेलन (UNCED) में हुई थी, जब पर्वतीय क्षेत्रों के संरक्षण पर चर्चा की गई। 2002 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसे 'अंतरराष्ट्रीय पर्वत वर्ष' घोषित किया और 20 दिसंबर 2002 को 11 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया। पहली बार यह दिन 2003 में मनाया गया।
2024 की थीम टिकाऊ भविष्य के लिए समाधान
इस वर्ष का विषय है - “टिकाऊ भविष्य के लिए पर्वतीय समाधान: नवाचार, अनुकूलन, युवा और उससे आगे”। यह थीम हमें पर्वतीय क्षेत्रों में नवाचार और सामुदायिक अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करने को प्रेरित करती हैं।
International Mountain Day का महत्व क्यों जरूरी है संरक्षण?
1. जल संसाधनों का स्रोत
पहाड़ पृथ्वी के ताजे पानी का लगभग 70 प्रतिशत प्रदान करते हैं। यह पानी कृषि, उद्योग और दैनिक उपयोग के लिए महत्वपूर्ण हैं।
2. जैव विविधता का केंद्र
पहाड़ जैव विविधता का घर हैं और दुर्लभ वनस्पतियों और जीवों को आश्रय देते हैं।
3. जलवायु नियंत्रण
ये ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
4. आदिवासी और स्थानीय समुदायों का घर
दुनिया की लगभग 10 प्रतिशत आबादी पहाड़ों में रहती है और अपनी आजीविका के लिए इन्हीं पर निर्भर हैं।
5. पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर
पर्वतीय क्षेत्र पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं, जिससे आर्थिक लाभ होता हैं।
कैसे मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस?
1. जागरूकता कार्यक्रम
इस दिन विभिन्न प्रदर्शनियां, कार्यशालाएं और सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं।
2. स्थानीय समुदायों की सहायता
पहाड़ों में रहने वाले लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और आजीविका के साधन प्रदान करने पर जोर दिया जाता हैं।
3. पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली
पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से पहाड़ों की रक्षा की जाती हैं।
4. शैक्षिक और सांस्कृतिक आयोजन
स्कूलों और संस्थानों में पहाड़ों के महत्व पर चर्चा की जाती हैं।
पर्वतीय क्षेत्र संरक्षण के लिए क्या करें?
• जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाएं।
• स्थानीय वनस्पतियों और जीवों की रक्षा करें।
• पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा दें।
• प्लास्टिक और कचरे का सही निपटान करें।
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस पर प्रमुख बातें
• 2002 में इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मान्यता दी थी।
• यह दिन पहाड़ों के संरक्षण के लिए जागरूकता का अवसर हैं।
• 2024 की थीम टिकाऊ भविष्य और नवाचार पर केंद्रित है।
• पहाड़ पृथ्वी की सतह का 25% और 10% आबादी का घर हैं।
• पहाड़ पानी, ऊर्जा और कृषि का प्रमुख स्रोत हैं।
• ये जैव विविधता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखते हैं।
• पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र जलवायु संतुलन में मददगार हैं।
• सरकारें और संगठन पहाड़ों की सुरक्षा के लिए कार्यक्रम चलाते हैं।
• पहाड़ों की रक्षा पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए अनिवार्य है।
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस हमें याद दिलाता है कि पर्वतीय क्षेत्रों का संरक्षण न केवल प्राकृतिक संतुलन बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए भी आवश्यक है। इस दिन हम सभी को एकजुट होकर पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए।