खुजली होना हम सभी के लिए आम बात हो सकती है, लेकिन अगर यह बार-बार हो या शरीर के खास हिस्सों में लगातार बनी रहे, तो इसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। खासकर पुरुषों के प्राइवेट पार्ट्स (Private Parts) में होने वाली खुजली कई बार सीरियस हेल्थ कंडीशन्स का संकेत हो सकती है।
1. जेनिटल हर्पीस: एक छुपा हुआ खतरा
अगर पुरुषों के गुप्तांगों में लगातार खुजली, जलन या चुभन जैसा महसूस हो रहा है, तो यह Genital Herpes नामक संक्रमण का संकेत हो सकता है। यह एक वायरल संक्रमण होता है जो हर्पीस सिंप्लेक्स वायरस (HSV) की वजह से फैलता है। इसमें सबसे पहले खुजली होती है, फिर छोटे-छोटे छाले बन सकते हैं जो फूटने पर दर्दनाक हो जाते हैं।
यह बीमारी यौन संपर्क से फैलती है और कई बार शुरुआती लक्षण इतने हल्के होते हैं कि मरीज समझ ही नहीं पाता कि वह संक्रमित हो चुका है। अगर समय रहते इलाज न किया जाए, तो यह समस्या बार-बार उभरती रहती है और दूसरों तक भी पहुंच सकती है। ऐसे में किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।
2. जेनिटल वॉर्ट्स: HPV संक्रमण का संकेत
गुप्तांगों में खुजली के साथ अगर छोटे-छोटे मांस के रंग के उभार या दाने दिखाई दें, तो यह Genital Warts हो सकते हैं। यह ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के कारण होता है, जो एक बेहद आम यौन संचारित संक्रमण (STD) है। यह वॉर्ट्स बिना दर्द के भी हो सकते हैं लेकिन इनमें तेज खुजली, जलन या कभी-कभी खून भी आ सकता है। समस्या यह है कि कई बार यह संक्रमण बिना किसी लक्षण के भी शरीर में बना रहता है।
ऐसे में पार्टनर को भी संक्रमित करने का खतरा बना रहता है। यदि आपको ऐसा कोई लक्षण दिखाई दे, तो इसे शर्म की बात न समझें और तुरंत डॉक्टर से मिलें।
3. कैंडिडिआसिस: यीस्ट इंफेक्शन से होने वाली जलन
पुरुषों में प्राइवेट पार्ट्स की खुजली की एक और बड़ी वजह होती है Candidiasis या यीस्ट इंफेक्शन। यह कैंडिडा नामक फंगस के ज्यादा बढ़ जाने की वजह से होता है। यह समस्या खासकर गर्मी और नमी वाले क्षेत्रों में ज्यादा होती है। इसमें खुजली के साथ जलन, रेडनेस, रैशेज और कभी-कभी सफेद डिस्चार्ज जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। यह स्थिति तब और खराब हो जाती है जब आप तंग अंडरवियर या सिंथेटिक कपड़े पहनते हैं।
साफ-सफाई का ध्यान न रखने और अधिक पसीना आने से भी यह इंफेक्शन तेजी से फैलता है। अच्छी हाइजीन और ऐंटी-फंगल क्रीम इसका प्राथमिक इलाज हो सकता है
4. सोरायसिस : केवल स्किन की नहीं, गंभीर त्वचा बीमारी
अगर खुजली केवल प्राइवेट पार्ट्स तक सीमित नहीं है, बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों जैसे कि घुटने, कोहनी या पीठ पर भी हो रही है, और इसके साथ त्वचा पर मोटे, लाल और परतदार चकत्ते बन रहे हैं, तो यह सोरायसिस हो सकता है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है जो स्किन सेल्स की असामान्य ग्रोथ की वजह से होती है।
यह समस्या क्रॉनिक यानी लंबे समय तक रहने वाली होती है और तनाव, मौसम बदलाव या हार्मोनल असंतुलन इसकी वजह बन सकते हैं। सोरायसिस का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी होती है। घरेलू इलाजों से यह केवल कुछ समय के लिए ठीक होती है, लेकिन लंबे समय के लिए दवा और स्किन केयर की जरूरत होती है।
5. कांटेक्ट डर्माटाइटिस: एलर्जी भी है वजह
कई बार खुजली किसी एलर्जी की वजह से भी होती है, जिसे मेडिकल भाषा में Contact Dermatitis कहा जाता है। यह एलर्जी परफ्यूम, डियोड्रेंट, साबुन, शेविंग क्रीम, डिटर्जेंट या सिंथेटिक अंडरवियर से हो सकती है। इसमें खुजली के साथ त्वचा पर लालपन, जलन और दाने भी नजर आते हैं। आमतौर पर जैसे ही एलर्जी की वजह दूर की जाती है, समस्या खुद-ब-खुद खत्म हो जाती है।
लेकिन अगर बार-बार ऐसी स्थिति हो रही है, तो डॉक्टर से मिलकर स्किन टेस्ट कराना जरूरी हो सकता है। खासकर अगर खुजली शरीर के उन्हीं हिस्सों में हो रही है जो कपड़े या किसी प्रोडक्ट के सीधे संपर्क में आते हैं।
उपाय
• रोजाना नहाएं और साफ-सुथरे सूती कपड़े पहनें।
• पसीने वाले कपड़ों को तुरंत बदलें।
• प्राइवेट एरिया को हमेशा सूखा और साफ रखें।
• किसी भी खुजली या दाने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
• STD से बचाव के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
अगर खुजली लगातार बनी हुई है, खुजली के साथ दाने, सूजन, छाले या जलन हो रही है, या फिर खुजली प्राइवेट पार्ट्स तक सीमित है और आराम नहीं मिल रहा है, तो यह समय है डॉक्टर से मिलने का। पुरुषों को इस तरह की समस्याओं को नजरअंदाज करने की आदत होती है, लेकिन समय पर जांच और इलाज से कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
पुरुषों के शरीर में खुजली एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन जब यह बार-बार हो या किसी खास जगह पर बार-बार हो रही हो, तो यह शरीर के भीतर किसी गहरी समस्या का संकेत हो सकता है। खासतौर पर Genital Area की खुजली को लेकर लापरवाही बिल्कुल न बरतें। समय पर जांच और ट्रीटमेंट से आप न सिर्फ खुद को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि अपने पार्टनर को भी सुरक्षित रख सकते हैं।