आयुर्वेद एक प्राचीन विज्ञान है जो संतुलित जीवनशैली और प्राकृतिक उपचारों पर आधारित है। अगर दिन की शुरुआत सही आदतों से की जाए, तो शरीर और मन दोनों स्वस्थ रह सकते हैं। आयुर्वेद में सुबह की कुछ विशेष आदतों का उल्लेख किया गया है, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और पूरे दिन को ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करती हैं। आइए जानते हैं ऐसी 5 आयुर्वेदिक आदतों के बारे में, जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन को सेहतमंद बना सकते हैं।
1. जल्दी उठें और सूर्योदय का स्वागत करें
आयुर्वेद के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4:30 से 6:00 बजे के बीच) में जागना सबसे उत्तम माना जाता है। इस समय वातावरण शुद्ध और ऊर्जा से भरपूर होता है, जो हमारे मन और शरीर को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। सूर्योदय से पहले उठने से मानसिक शांति, एकाग्रता और दिनभर की उत्पादकता में वृद्धि होती है।
2. तांबे के बर्तन में रखा पानी पिएं
रातभर तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और मेटाबॉलिज्म तेज होता है। तांबे में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पेट की समस्याओं को दूर करने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इसे पीने से त्वचा में निखार आता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है।
3. जीभ खुरचें और तिल के तेल से ऑयल पुलिंग करें
रातभर जीभ पर टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं, जिन्हें सुबह खुरचने से मुंह की स्वच्छता बनी रहती है और सांसों की बदबू दूर होती है। इसके बाद तिल के तेल या नारियल के तेल से ऑयल पुलिंग करना चाहिए। इससे मुंह के बैक्टीरिया खत्म होते हैं, दांत मजबूत होते हैं और डिटॉक्सिफिकेशन होता है।
4. हल्का व्यायाम और योग करें
सुबह के समय योग और हल्का व्यायाम करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, हड्डियाँ मजबूत होती हैं और मांसपेशियों को ताकत मिलती है। प्राणायाम, सूर्य नमस्कार और ध्यान लगाने से मानसिक शांति मिलती है और पूरा दिन तरोताजा महसूस होता है।
5. गुनगुने पानी के साथ नींबू और शहद का सेवन करें
नींबू और शहद वाला गुनगुना पानी न केवल वजन घटाने में मदद करता है, बल्कि शरीर के पीएच स्तर को भी संतुलित करता है। यह शरीर को डिटॉक्स करता है, पाचन को दुरुस्त रखता है और त्वचा को चमकदार बनाता है।
अगर आप दिन की शुरुआत इन 5 आयुर्वेदिक आदतों से करते हैं, तो आपकी सेहत में अद्भुत परिवर्तन आ सकता है।