छाछ और कब्ज: कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों को रोजाना छाछ का सेवन करना चाहिए। यह न केवल पुरानी कब्ज को दूर करने में मदद करता है, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। आइए जानें कब्ज से राहत पाने के लिए छाछ में क्या मिलाकर पीना फायदेमंद होता है।
कब्ज में छाछ का सेवन कैसे करें
कब्ज की समस्या अक्सर खराब खान-पान और जीवनशैली के कारण होती है, जैसे कि अधिक तला-भुना और मैदा युक्त भोजन। ऐसे में, पेट की समस्याएं गंभीर हो सकती हैं, और लंबे समय तक कब्ज रहने से पाइल्स जैसी बीमारियाँ भी हो सकती हैं।
इससे बचने के लिए अपने आहार में छाछ को शामिल करना बेहद फायदेमंद हो सकता है। साधारण छाछ की बजाय, जीरा और अजवाइन वाली छाछ का सेवन करें। यह न केवल पाचन में मदद करती है, बल्कि पुरानी कब्ज से राहत दिलाने में भी सहायक होती है।
कब्ज की समस्या और खानपान
कब्ज की समस्या मुख्यतः खानपान में लापरवाही के कारण उत्पन्न होती है। जो लोग अधिक जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड जैसे पैक्ड खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, उनके पेट की सेहत अक्सर खराब रहती है। जैसे कि, बर्गर और पिज्जा जैसी चीजें खाने के बाद अगली सुबह कब्ज होना आम बात है।
इसके विपरीत, फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ हमारी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। कब्ज से राहत पाने के लिए अपनी डाइट में सब्जियों, फलों, और साबुत अनाज की मात्रा को बढ़ाना चाहिए। यह न केवल पाचन में सुधार करेगा, बल्कि कब्ज की समस्या को भी दूर करेगा।
जीरा और अजवाइन मिलाकर छाछ का सेवन करें
कब्ज से राहत पाने के लिए छाछ पीने की सलाह दी जाती है। विशेष रूप से, जीरा और अजवाइन मिलाकर छाछ का सेवन अधिक प्रभावी होता है। यह मिश्रण पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है, जिससे कब्ज से राहत मिलती है। जीरा और अजवाइन वाली छाछ पीने से गैस, अपच, और पेट की अन्य समस्याएं भी ठीक हो जाती हैं।
जीरा-अजवाइन छाछ बनाने की विधि
इसके लिए एक गिलास प्लेन छाछ लें। आप चाहें तो दही को फेंटकर पतला छाछ जैसा बना सकते हैं। अब इसमें 1 चम्मच भुना हुआ जीरा पाउडर और आधा चम्मच भुनी अजवाइन का पाउडर मिलाएं। स्वाद के लिए इसमें काला नमक डालें। अब इस छाछ को सुबह या दोपहर में खाने के साथ पी लें।
कब्ज में छाछ पीने के लाभ
कब्ज की समस्या में छाछ पीना बेहद फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स पेट में बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। छाछ पेट को ठंडा रखने और आंतों को स्वस्थ बनाने में सहायक होती है। वहीं, जीरा में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गैस और एसिडिटी को कम करते हैं, जिससे पाचन एंजाइम सक्रिय होते हैं। इसके अलावा, अजवाइन में मौजूद थाइमोल यौगिक कब्ज को दूर करने में मदद करता है।