उत्तर भारत में ठंडी हवाओं के चलते देश के कई राज्यों में सर्दी का असर दिखने लगा है। दिवाली खत्म होते ही दिल्ली समेत कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक उत्तर भारत में बारिश का कोई अलर्ट नहीं है।
Weather Update: देश के मौसम के हालात में बदलाव दिखने लगे हैं। जहां दक्षिण भारत के राज्यों में अभी भी बारिश का दौर जारी है, वहीं उत्तर भारत में तापमान में गिरावट के कारण ठंड का असर बढ़ने लगा है। दिवाली के बाद दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले एक सप्ताह तक उत्तर भारत में बारिश का कोई अलर्ट नहीं है, जिससे रात का तापमान और कम होने की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड का असर
मौसम विभाग ने मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में आसमान साफ़ रहने का अनुमान जताया। नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में दिन का अधिकतम तापमान 30-31 डिग्री सेल्सियस और रात का न्यूनतम तापमान 18-19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह तापमान इस समय के सालाना औसत से कुछ कम है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो मौसम के औसत से 0.6 डिग्री कम है।
यह लगातार चौथा दिन है जब 2025-26 के शीतकालीन मौसम के लिए न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। विशेषज्ञों ने चेताया है कि दिवाली खत्म होते ही दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में ठंड का असर तेज़ हो सकता है, जिससे सर्दियों के पहले झोंके महसूस होने लगेंगे।
सर्दी बढ़ने के साथ ही दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, 24 घंटे का औसत AQI शाम 4 बजे 189 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवाओं और कम हवाओं के कारण प्रदूषण के स्तर में और वृद्धि होने की संभावना है।
दक्षिण भारत में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले चार-पांच दिनों तक तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप में भारी बारिश की संभावना है। इन इलाकों में बिजली गिरने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के चलने की संभावना भी जताई गई है।
इसके अलावा, 14 और 15 अक्टूबर के दौरान छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, विदर्भ, ओडिशा, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में भी बारिश की संभावना बनी हुई है। अधिकारियों ने नागरिकों से सावधानी बरतने और नदी-नाले के किनारे जाने से बचने की अपील की है। आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह पश्चिम बंगाल से हट गया है। अगले सात दिनों तक राज्य में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। सोमवार को राज्य में किसी भी हिस्से में बारिश नहीं हुई।