त्योहारी सीजन में गाजियाबाद में खाद्य सुरक्षा विभाग ने 240 किलो अस्वास्थ्यकर पनीर और 110 किलो फफूंदी लगी खोए की मिठाइयां जब्त कर नष्ट कीं। विभाग मिलावटखोरी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई कर रहा है।
गाजियाबाद: दीपावली के मौके पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने गाजियाबाद में मिलावटखोरी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की है। सोमवार को जिले में दो स्थानों पर छापेमारी के दौरान 240 किलो अस्वास्थ्यकर पनीर और 110 किलो फफूंदी लगी खोए की मिठाइयां जब्त कर नष्ट कर दी गईं।
अधिकारियों ने बताया कि पनीर मथुरा निवासी रामनिवास द्वारा ले जाया जा रहा था और मिठाइयां अग्रवाल स्वीट्स के उत्पादन केंद्र से बरामद हुईं। यह मिठाइयां दीपावली की बिक्री के लिए तैयार की जा रही थीं, लेकिन इनमें गुणवत्ता मानकों का पालन नहीं किया गया था।
खराब पनीर पर मथुरा में कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सब्जी मंडी के पास महिंद्रा पिकअप वाहन को रोककर मथुरा निवासी रामनिवास के पास से 240 किलो पनीर जब्त किया। जांच में पाया गया कि पनीर पूरी तरह से अस्वस्थकर और गुणवत्ता मानक से नीचे था। विभाग ने पनीर को मौके पर नष्ट कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि इस पनीर की अनुमानित कीमत लगभग 69,000 रुपए थी। इसके साथ ही टीम ने आगे की जांच के लिए तीन नमूने भी लिए। सहायक खाद्य अधिकारी अरविंद कुमार यादव ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य त्योहारों के सीजन में उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है।
अग्रवाल स्वीट्स में फफूंदी वाली मिठाइयां बरामद
दूसरी छापेमारी कड़कड़ मॉडल स्थित अग्रवाल स्वीट्स के उत्पादन केंद्र में की गई। टीम ने यहां 110 किलो खोए से बनी मिठाइयां बरामद की, जिसमें फफूंदी और अस्वस्थकर तत्व पाए गए। ये मिठाइयां दीपावली के लिए बाजार में बिक्री हेतु तैयार की जा रही थीं।
विभाग ने सभी मिठाइयों को नष्ट कर दिया और दो नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी कारोबारियों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
त्योहारों में मिलावटखोरी रोकने का अभियान जारी
अरविंद कुमार यादव ने बताया कि त्योहारों के अवसर पर मिलावटखोरी रोकने के लिए अभियान लगातार जारी है। अब तक कुल 89 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा चुके हैं। अभियान का लक्ष्य उपभोक्ताओं को स्वास्थ्यकर और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा कि विभाग सतर्क है और हर जिले में ऐसे मामलों की जांच की जा रही है। दोषी कारोबारियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा ताकि भविष्य में कोई भी खाद्य व्यापारी मिलावट करने की हिम्मत न करे।