Mittal Sections के शेयर आज BSE SME पर ₹114.40 पर लिस्ट हुए, जबकि आईपीओ कीमत ₹143 थी। यानी निवेशकों को लिस्टिंग पर 20% का नुकसान हुआ। कंपनी ने आईपीओ के जरिए ₹52.91 करोड़ जुटाए, जिनमें से जमीन, फैक्ट्री, मशीनरी, कर्ज और वर्किंग कैपिटल पर खर्च किए जाएंगे।
Mittal Sections IPO Listing: Mittal Sections, जो लोहे और स्टील के बेसिक प्रोडक्ट्स बनाती है, के शेयर आज BSE SME पर लिस्ट हुए। आईपीओ की कीमत ₹143 थी, लेकिन लिस्टिंग पर शेयर ₹114.40 पर खुला, जिससे निवेशकों को 20% का नुकसान हुआ। कंपनी ने आईपीओ के जरिए ₹52.91 करोड़ जुटाए, जिन्हें फैक्ट्री निर्माण, मशीनरी खरीद, कर्ज हल्का करने और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों में खर्च किया जाएगा।
आईपीओ को मिला मिला-जुला रिस्पांस
मित्तल सेक्शंस का आईपीओ 7 से 9 अक्टूबर तक खुला था। कुल ₹52.91 करोड़ के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला और यह ओवरऑल 2.25 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 1.13 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.55 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4.08 गुना सब्सक्राइब हुआ। आईपीओ के तहत 37 लाख नए शेयर जारी किए गए।
आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का उपयोग
आईपीओ से जुटाए गए पैसों का उपयोग कंपनी ने कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए तय किया है। इनमें ₹20.82 करोड़ जमीन की खरीद, फैक्ट्री बिल्डिंग निर्माण और प्लांट-मशीनरी की खरीदारी के लिए खर्च होंगे। इसके अलावा ₹5 करोड़ कर्ज चुकाने और ₹15 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए इस्तेमाल होंगे। बाकी का पैसा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च किया जाएगा।
कंपनी की प्रोफाइल और उत्पादन क्षमता
मित्तल सेक्शंस की स्थापना 2009 में हुई थी। कंपनी फ्लैट बार, राउंड बार, एंगल्स और चैनर्स जैसे स्टील प्रोडक्ट्स का निर्माण करती है। इसके उत्पाद MSL-मित्तल के ब्रांड नाम से बेचे जाते हैं। गुजरात के अहमदाबाद के चंगोदर में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं जिनकी सालाना इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 36 हजार मिलियन टन है। कंपनी की योजना इसे बढ़ाकर 96 हजार टन तक करने की है।
वित्तीय प्रदर्शन में बदलाव
वित्त वर्ष 2023 में कंपनी को ₹56 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ था। यह वित्त वर्ष 2024 में ₹1.89 करोड़ और 2025 में ₹3.61 करोड़ तक बढ़ गया। हालांकि, टोटल इनकम में लगातार गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2023 में यह ₹167.53 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹161.65 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹137.07 करोड़ रही।
चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में कंपनी ने ₹1.47 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹28.17 करोड़ की टोटल इनकम हासिल की है। जून तिमाही के आखिरी में कंपनी पर ₹20.70 करोड़ का कर्ज था और रिजर्व-सरप्लस ₹3.94 करोड़ रहा।
आईपीओ लिस्टिंग में निवेशकों को नुकसान
आईपीओ की लिस्टिंग के समय निवेशकों को कोई खास फायदा नहीं मिला। शेयर की शुरुआती कीमत IPO मूल्य ₹143 के मुकाबले ₹114.40 रही। इस कारण से निवेशकों की पूंजी तुरंत 20% घट गई। बाजार में ट्रेडिंग के दौरान भी शेयर में कोई बड़ी हलचल नहीं देखी गई।
मित्तल सेक्शंस का लक्ष्य उत्पादन क्षमता बढ़ाना और फैक्ट्री में निवेश बढ़ाना है। नए प्लांट और मशीनरी के माध्यम से उत्पादन बढ़ाने की योजना है। वहीं, आईपीओ से जुटाई गई पूंजी का उपयोग कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में होगा।