सर्दी का मौसम आते ही देसी घी, सूखे मेवे और घर की रसोई में बनने वाली पारंपरिक मिठाइयों की खुशबू मन को लुभाने लगती है। ऐसे ही मौसम में बनाए और खाए जाने वाले एक खास पकवान का नाम है – आटे के लड्डू। यह न केवल स्वाद से भरपूर होते हैं बल्कि शरीर को गर्म रखने में भी मदद करते हैं। भारत के हर कोने में यह लड्डू अपने अलग-अलग अंदाज में बनाए जाते हैं, लेकिन इनकी बुनियादी सामग्री एक जैसी ही रहती है – गेहूं का आटा, देसी घी और बूरा।
क्यों खास होते हैं आटे के लड्डू?
आटे के लड्डू ना सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होते हैं, बल्कि ये स्वास्थ्य के लिहाज से भी फायदेमंद हैं। इनमें मौजूद देसी घी शरीर को अंदर से गर्म रखता है। सूखे मेवे जैसे बादाम, मुनक्का और गोंद मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ-साथ हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए ये लड्डू बेहद उपयोगी माने जाते हैं।
सामग्री – लगभग 40-45 लड्डू के लिए
- गेहूं का आटा – 1 किलो
- देसी घी – 1 किलो
- बूरा (शक्कर का पाउडर) – 1 किलो
- सोंठ पाउडर – 40 ग्राम
- भुनी अजवाइन – 3 टेबल स्पून
- किशमिश – 50 ग्राम
- मुनक्का – 50 ग्राम
- बादाम (कुटे हुए) – 100 ग्राम
- खरबूजे के बीज – 100 ग्राम
- मखाना (भुने और कुटे हुए) – 50 ग्राम
- गोंद (भुनी और कुटी हुई) – 50 ग्राम
आटे के लड्डू बनाने की पारंपरिक विधि
1. ड्राई फ्रूट्स की तैयारी
- सबसे पहले बादाम, मुनक्का, किशमिश और मखाना को हल्की आंच पर भून लें।
- बादाम को थोड़ा दरदरा कूट लें।
- मखाना और गोंद को भी भूनकर पीस लें ताकि उनका स्वाद लड्डू में अच्छी तरह घुल जाए।
2. आटा भूनना
- एक कड़ाही में आटा डालें और धीमी आंच पर बिना घी डाले 10-15 मिनट तक चलाते रहें।
- जब आटे की खुशबू आने लगे और रंग हल्का भूरा हो जाए, तो उसमें धीरे-धीरे घी डालें।
- घी डालने के बाद लगातार चलाते हुए आटे को अच्छे से भूनें जब तक वह कड़ाही छोड़ने लगे और उसमें से घी अलग दिखने लगे।
- ध्यान रखें कि आटा जले नहीं, इसलिए आंच कम रखें।
3. मिश्रण तैयार करना
- आटा जब अच्छे से भुन जाए, तो गैस बंद कर दें और इसे ठंडा होने के लिए अलग रख दें।
- जब मिश्रण हल्का गर्म रह जाए (पूरी तरह ठंडा नहीं), तब इसमें बूरा पाउडर डालें और अच्छे से मिलाएं।
- अब इसमें सारे सूखे मेवे, सोंठ पाउडर, भुनी अजवाइन, किशमिश, मुनक्का, मखाना और गोंद डालकर अच्छी तरह मिक्स करें।
4. लड्डू बनाना
- हाथों में थोड़ा-सा मिश्रण लें और मुठ्ठी में दबाकर गोल आकार दें।
- ऐसे ही सारे लड्डू बना लें।
- तैयार लड्डुओं को किसी एयरटाइट कंटेनर में रखें। ये लड्डू 15-20 दिन तक खराब नहीं होते।
टिप्स जो बनाएं लड्डू और भी खास
- अगर आप बच्चों के लिए बना रहे हैं तो सोंठ और अजवाइन की मात्रा थोड़ा कम रखें।
- बूरा की जगह चाहें तो देसी खांड का पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे मिठास प्राकृतिक रहे।
- गोंद को ज्यादा भूनने पर वह कड़वा हो सकता है, इसलिए उसे धीमी आंच पर भूनें।
आटे के लड्डू भारतीय परंपरा, स्वाद और सेहत का ऐसा मेल हैं जो हर घर की रसोई में खास जगह रखते हैं। इन्हें बनाना जितना आसान है, उतना ही इनका स्वाद यादगार होता है। अगर आपने अभी तक इन्हें नहीं बनाया, तो इस बार जरूर ट्राई करें। एक बार जब लड्डू बनेंगे, तो पूरा घर उनकी खुशबू और स्वाद से भर जाएगा।