मनोज बाजपेयी ने शेयर किया मौत से सामना करने का किस्सा, मानव कौल की वजह से बची जान

मनोज बाजपेयी ने शेयर किया मौत से सामना करने का किस्सा, मानव कौल की वजह से बची जान
Last Updated: 19 दिसंबर 2024

हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में उस खौ़फनाक हादसे का जिक्र किया, जब वह मानव कौल की वजह से मरते-मरते बचे थे। मनोज ने बताया कि शूटिंग के सेट पर मजाक करते हुए अनजाने में सभी की जान खतरे में पड़ गई थी।

Manoj Bajpayee

हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में एक दिलचस्प और चौंकाने वाली घटना का खुलासा किया। 1994 में 'बैंडिट क्वीन' से अपने करियर की शुरुआत करने वाले मनोज बाजपेयी ने बताया कि उनकी फिल्म '1971' की शूटिंग के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ, जब उनकी जान खतरे में पड़ गई थी। अभिनेता ने बताया कि मानव कौल की मस्ती के कारण शूटिंग सेट पर सभी की जान खतरे में आ गई थी। इसके अलावा, उन्होंने एक और चौंकाने वाली घटना साझा की, जब शूटिंग के दौरान ठंड के कारण उन्हें फ्रॉस्टबाइट हो गया था।

मस्तीखोर स्वभाव के थे मानव कौल 

मनोज बाजपेयी ने हाल ही में एक मीडिया पोर्टल से बात करते हुए फिल्म '1971' की शूटिंग के दौरान हुए एक खतरनाक हादसे का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उस वक्त वह और उनके सह-कलाकार रवि किशन, मानव कौल, कुमुद मिश्रा और दीपक डोबरियाल एक जीप में सीन शूट कर रहे थे। सीन में जीप को पहाड़ी से उतरते हुए कैमरे के पास आना था, जबकि दाईं तरफ गहरी खाई थी। मनोज ने कहा, "मानव उस वक्त मस्तीखोर थे और मुझे चिढ़ाने में मजा लेते थे।" इस दौरान यह हादसा काफी गंभीर हो सकता था, लेकिन एक पूर्व सेना के जवान ने समय रहते उनका पैर मसाज किया, जिससे वह जल्द ठीक हो गए।

जान पर बन आई थी मस्ती 

मनोज बाजपेयी ने हाल ही में फिल्म '1971' की शूटिंग के दौरान एक खतरनाक हादसे का जिक्र किया, जब उनकी जान पर बन आई थी। उन्होंने बताया कि उस दिन वह, रवि किशन, मानव कौल, कुमुद मिश्रा और दीपक डोबरियाल एक जीप में थे। सीन के अनुसार, जीप को पहाड़ी से उतरते हुए कैमरे के पास आना था, लेकिन रास्ते के दाईं ओर एक गहरी खाई थी। मनोज ने कहा, "मैंने मानव को समझाया था कि रास्ता खतरनाक है और गाड़ी को सावधानी से चलाने को कहा, लेकिन उन्होंने मेरी बात मजाक में ले ली।" इसके बाद, मस्ती के माहौल में मानव ने जीप का कंट्रोल खो दिया, और गाड़ी खाई की तरफ बढ़ने लगी। मनोज ने कहा, "हमें लगा कि अब हमारी जान चली जाएगी। मानव भी डर के मारे घबराए हुए थे। तभी अचानक एक बड़ा पत्थर जीप के रास्ते में आकर उसे रोक लिया।" मनोज ने सभी को शांत रहने को कहा और फिर टीम के सदस्य धीरे-धीरे बाहर निकाले गए। यह हादसा वाकई जानलेवा था, जैसा कि मनोज ने याद करते हुए बताया।

मनोज बाजपेयी ने साझा किया दिलचस्प किस्सा 

जब मनोज बाजपेयी से पूछा गया कि वह आजकल मानव कौल से मिलते हैं तो क्या कहते हैं, तो उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया, "जब भी मिलते हैं, बस गालियां देता हूं!" दरअसल, ये मजाक और दोस्ती फिल्म '1971' के सेट से जुड़ी हुई है, जहां एक खतरनाक हादसे के दौरान मनोज की जान बाल-बाल बची थी।

फिल्म '1971', जो अमृत सागर द्वारा निर्देशित और अमृत सागर व पीयूष मिश्रा द्वारा लिखी गई थी, 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान में बंद भारतीय युद्धबंदियों की सच्ची कहानी पर आधारित है। फिल्म में छह सैनिकों की साहसिकता और उनके भागने की कोशिश को दर्शाया गया है, जो दर्शकों द्वारा बहुत सराहा गया था और बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया।

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