भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने गुरुवार को ओडिशा के चांदीपुर स्थित ITR से उन्नत बूस्टर के साथ हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) यानि ‘अभ्यास’ विमान का परीक्षण सफलतापूर्वक कर लिया है। इसका उपयोग तेज स्पीड के टारगेट के लिए किया जाता है, जिसपर सेना मिसाइल टेस्टिंग करती है।
Odisha News: भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने गुरुवार, 27 जून को बालेश्वर के चांदीपुर नामक परीक्षण स्थल पर मिसाइलों का टारगेट बनने वाले 'अभ्यास' विमान का आइटीआर (ITR) के परिक्षण स्थल से हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) का सफल परीक्षण किया है। पिछले एक वर्ष में इस यान के 10 डेवलपमेंटल उड़ाने हो चुकी हैं।
DRDO का दसवां परीक्षण हुआ सफल
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, HEAT - अभ्यास का उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन हेतु हवाई टारगेटके रूप में होता है। टेस्टिंग में इस अभ्यास विमान की निगरानी टेलिमेट्री, रडार एवं इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम के साथ-साथ विभिन्न ट्रैकिंग सेंसर का निरिक्षण किया गया।
बता दें कि मिसाइल का टारगेट बनने वाला विमान का DRDO ने अब कुल मिलाकर दसवां सफल परीक्षण किया। यह विमान मिसाइल टेस्टिंग के दौरान उनका टारगेट बनता है यह काफी तेजी से उड़ान भरता है और इस पर सटीक निशाना मिसाइल की क्षमता को भी दर्शाता है।
परीक्षण में सिंगल बूस्टर का इस्तेमाल
बताया गए कि डीआरडीओ द्वारा इस बार का परीक्षण सिंगल बूस्टर की सहायता से किया गया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज ITR से लॉन्च किया था।
इस विमान का नाम हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट 'HEAT' यानी की 'अभ्यास' रखा गया। इसका उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन हेतु हवाई टारगेट को पूरा करने के लिए होता है, टेस्ट में इस विमान की निगरानी टेलिमेटरी रडार एवं इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित विभिन्न ट्रैकिंग सेंसर का निरिक्षण किया जाता है।
DRDO टीम को रक्षा मंत्री ने दी बधाई
अभ्यास नामक विमान 180 मीटर प्रति सेकेंड की गति से उड़ान भरता है। इसके टारगेट को DRDO का एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट स्थित बेंगलुरु ने किया है तथा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और लार्सन ऐंड टुब्रो ने इसका निर्माण किया है। सूत्रों की माने तो मिसाइलों की टेस्टिंग के लिए अभ्यास अब पूर्ण रूप से तैयार हो चुका है, अब इसका प्रोडक्ट जल्दी ही किया जाएगा।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके परीक्षण को देखते हुए पूरे DRDO की टीम को बधाई दी है। वहीं, भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने भी टीम को बधाई दी।