पोलैंड का एक पैराग्लाइडर रविवार को कांगड़ा के पर्वतीय क्षेत्र में हवा में एक अन्य पैराग्लाइडर से टकराने के बाद फंस गया है। वह 'पैराग्लाइडिंग' आयोजकों के संपर्क में है और उसे बचाने के प्रयास जारी हैं। पिछले सप्ताह भी दो विदेशी पैराग्लाइडर दुर्घटना का शिकार हो चुके थे।
Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक बार फिर पैराग्लाइडर के टकराने की घटना सामने आई है। यहां, बीच हवा में अन्य पैराग्लाइडर से टक्कर के बाद पोलैंड का एक पैराग्लाइडर पर्वतीय इलाके में फंस गया है। बचाव कार्य जारी हैं और पैराग्लाइडर को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया है कि कांगड़ा जिले के 'बीर बिलिंग' में चल रहे पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024 में हिस्सा ले रहे एक ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर को रविवार को उड़ान भरने से पहले पैर में मोच आने के कारण प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार, पोलैंड का पैराग्लाइडर भी आयोजकों के संपर्क में है और उम्मीद की जा रही है कि उसे जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा
ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर की चोट ने रोका उड़ान
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि कांगड़ा जिले के ‘बीर बिलिंग’ में चल रहे पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024 में भाग ले रहे एक ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर को रविवार को उड़ान भरने से पहले पैर में मोच आने के कारण प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा के अनुसार, "डेविड स्नोडेन का पैर में मोच आ गई थी और उन्हें एक्स-रे के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति अब बेहतर है।"
विश्व कप में 94 प्रतिभागी
आठ दिवसीय पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024, जो 2 नवंबर से शुरू हुआ, में 26 देशों से 94 पैराग्लाइडर, जिनमें सात महिलाएं शामिल हैं, भाग ले रहे हैं। सुरक्षा उपायों के तहत कार्यक्रम के लिए दो हेलीकॉप्टर, एंबुलेंस के साथ सात स्वास्थ्य टीमें और मनाली में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहन एवं संबद्ध खेल संस्थान के विशेषज्ञों के नेतृत्व में छह बचाव दल पहले से तैयार रखे गए हैं।
पिछले हफ्ते हुई थी दो विदेशी पैराग्लाइडर्स की मौत
हाल ही में, हिमाचल प्रदेश में दो विदेशी पैराग्लाइडर एक दुर्घटना के शिकार हो गए थे। मंगलवार को बीर बिलिंग में एक बेल्जियन पैराग्लाइडर की हवा में अन्य पैराग्लाइडर से टक्कर के कारण मौत हो गई, क्योंकि उनका पैराशूट खुल नहीं पाया था। वहीं, दिता मिसुरकोवा (43), जो अकेले पैराग्लाइडिंग कर रही थीं, तेज हवाओं के कारण मनाली के मढ़ी के पास पर्वतीय क्षेत्र में हादसे की चपेट में आ गई थीं।