नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में अध्यक्ष का पद पहले ही संभाला है। वे 2002 से 2008 तक विपक्ष के नेता के रूप में कार्यरत रहे हैं।
Jammu Kashmir Assembly Session: केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला पांच दिवसीय सत्र सोमवार (4 नवंबर) से प्रारंभ होने जा रहा है। विधानसभा सत्र के पहले दिन, राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस (नेकां) के वरिष्ठ नेता और चरार-ए-शरीफ से सात बार के विधायक अब्दुल रहीम राथर का अध्यक्ष के रूप में चयन लगभग निश्चित माना जा रहा है। विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी की गई कार्यसूची के अनुसार, सदन की पहली बैठक में सोमवार को अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
अर्जुन सिंह राजू करेंगे समर्थन
जम्मू-कश्मीर के कृषि मंत्री जावेद अहमद डार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए राठर का नाम आगे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। वहीं, विधायक अर्जुन सिंह राजू इस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे। इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के सूत्रों ने संकेत दिया था कि पार्टी की तरफ से 80 वर्षीय राठर को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनने की पूरी संभावना है। NC के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "हम एक मजबूत स्थिति में हैं, क्योंकि सत्ता पक्ष के पास पर्याप्त संख्या बल है। अब राठर साहब विधानसभा अध्यक्ष बनने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"
भाजपा ने उपाध्यक्ष पद के लिए नरिंदर सिंह रैना का नाम घोषित
नरिंदर सिंह रैना इससे पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं। वे 2002 से 2008 तक विपक्ष के नेता भी रहे, जब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-कांग्रेस गठबंधन सरकार राज्य में शासन कर रही थी। रविवार को आयोजित विधायक दल की बैठक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए नरिंदर सिंह रैना को अपना उम्मीदवार घोषित किया।
हालांकि, भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अभी तक किसी उम्मीदवार का नाम पेश नहीं किया है, और यह स्पष्ट नहीं है कि इन खास पदों पर सरकार और विपक्ष के बीच कोई अनौपचारिक सहमति होगी या नहीं।
अंतिम विधानसभा सत्र की जानकारी
आखिरी विधानसभा सत्र जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने से एक साल पहले, 2018 की शुरुआत में आयोजित किया गया था। अब छह साल के लंबे अंतराल के बाद, सोमवार को सदन की बैठक होगी। विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं। सदन की बैठकों के कैलेंडर के अनुसार, आज यानि सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जायेगा, जिसके बाद एलजी का अभिभाषण होगा।