Maha Kumbh 2025: गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार! त्रिवेणी तट से काशी तक, योगी सरकार का अहम फैसला

Maha Kumbh 2025: गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार! त्रिवेणी तट से काशी तक, योगी सरकार का अहम फैसला
Last Updated: 10 घंटा पहले

Maha Kumbh 2025 में त्रिवेणी तट पर सीएम योगी ने यूपी में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए विंध्य और विंध्य-पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की सहमति दी, जिससे गंगा एक्सप्रेसवे से सीधी कनेक्टिविटी होगी।

Maha Kumbh 2025: त्रिवेणी तट पर 144 वर्ष बाद महाकुंभ (Maha Kumbh 2025) के शुभ संयोग पर उत्तर प्रदेश सरकार ने लोककल्याण के संकल्प के साथ कनेक्टिविटी में सुधार के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई इस ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नई एक्सप्रेसवे परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। इन फैसलों से न केवल प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास और औद्योगिक परियोजनाओं को भी बढ़ावा मिलेगा।

विंध्य एक्सप्रेसवे और विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण

बैठक में 320 किलोमीटर लंबे 'विंध्य एक्सप्रेसवे' और 100 किलोमीटर लंबे 'विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे' के निर्माण को सैद्धांतिक सहमति दी गई। इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों को एक दूसरे से जोड़ने का कार्य होगा। खासकर, प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे सामाजिक और आर्थिक विकास को गति देगा। इस एक्सप्रेसवे का प्रारंभ बिंदु प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे होगा, और इसका समापन सोनभद्र में एनएच 39 पर होगा। इससे गंगा एक्सप्रेसवे और विंध्य एक्सप्रेसवे की सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जिससे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड से बेहतर संपर्क स्थापित होगा।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ लिंक एक्सप्रेसवे

इसके अलावा, विंध्य एक्सप्रेसवे के साथ एक और महत्वपूर्ण परियोजना 'विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे' का निर्माण भी प्रस्तावित है। यह एक्सप्रेसवे चंदौली से शुरू होकर गाजीपुर तक जाएगा और इसकी लंबाई लगभग 100 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ सीधी कनेक्टिविटी बनेगी, जो क्षेत्रीय यात्रा को सुगम बनाएगी और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी।

नए ब्रिज और स्मार्ट प्रयागराज की दिशा में कदम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के सलोरी से हेतापट्टी तक नए ब्रिज के निर्माण की आवश्यकता जताई। साथ ही, शास्त्री ब्रिज और यमुना सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर एक नया ब्रिज भी बनाने की सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। इन नए ब्रिजों से प्रयागराज की कनेक्टिविटी और सुविधाओं में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तीनों ब्रिज स्मार्ट प्रयागराज की परिकल्पना को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

'सुरक्षित और समृद्ध उत्तर प्रदेश' की प्रतिबद्धता

त्रिवेणी तट पर हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री द्वय के नेतृत्व में पूरी कैबिनेट सरकार ने 'सुरक्षित और समृद्ध उत्तर प्रदेश' के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम तट पर योगी सरकार ने राज्य के गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए।

बैठक में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रियों ने भी भाग लिया। यह बैठक राज्य के विकास और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए एक अहम कदम साबित होगी।

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