रूस के दक्षिणी दागिस्तान क्षेत्र में रविवार को आतंकवादियों ने अचानक से हमला कर दिया। इस आतंकी हमले में हमलावरों ने चर्च और पुलिस चौकी पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की। इस हमले में पुलिसकर्मियों, एक पादरी और सहित 15 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
मॉस्को: रूस के दक्षिणी दागिस्तान क्षेत्र में सशस्त्र आतंकवादियों ने रविवार (२३ जून) को चर्च और पुलिस चौकी पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की। इस हमले में 15 से अधिक पुलिस अधिकारियों और एक पादरी समेत कई नागरिकों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कर्मियों ने मुठभेड में माखचकाला में चार और डर्बेंट में दो बंदूकधारियों को मार गिराया हैं।
दागिस्तान के गवर्नर सर्गेई मेलीकोव ने सोमवार तड़के एक वीडियो के माध्यम से Subkuz.com को बताया कि आतंकियों ने दो शहरों में दो ऑर्थोडॉक्स गिरजाघरों, एक यहूदी उपासनागृह और एक पुलिस चौकी को अपना निशाना बनाकर गोलीबारी की। रूस की राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि ये हमले मुख्य रूप से मुस्लिम क्षेत्र में हुए है। इस घटना के बाद कई लोगों के मरने पर इस क्षेत्र में सोमवार, मंगलवार और बुधवार को शोक दिवस घोषित कर दिया।
आतंकियों ने चर्च और पुलिस चौकी पर बरसाई गोलियां
दागिस्तान के अंदरुनी मामलों के मंत्री ने मीडिया को बातचीत के दौरान बताया कि आतंकवादियों के एक समूह ने कैस्पियन सागर के समीप स्थित डर्बेंट शहर में स्थित एक यहूदी उपासनागृह और एक गिरजाघर को निशाना बनाकर उसपर हमला किया। बताया कि हमले से गिरजाघर और यहूदी उपासनागृह दोनों में आग लग गयी थी। दागिस्तान की राजधानी मखचकला में एक गिरजाघर और एक यातायात पुलिस चौकी पर भी हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई। हथियारबंद लोगों ने डर्बेंट के चर्च में मौजूद पादरी 'फादर निकोले' को गाला रेत कर मार डाला, जबकि सुरक्षा गार्ड को गोलियों से भेद दिया। हमले में कानून प्रवर्तन अधिकारियों में से एक 'दागेस्तान लाइट्स' पुलिस विभाग के प्रमुख की भी मौत हो गई।
पांच आतंकियों का किया खात्मा
आधिकारियों ने हमले के दोनों क्षेत्रों में आतंकवाद रोधी अभियान की घोषणा की है। आतंकवाद रोधी समिति ने मीडिया को बताया कि मुठभेड़ में पांच बंदूकधारियों का 'खात्मा' कर दिया गया। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि हमले में कितने आतंकवादी शामिल हुए थे। प्राधिकारियों ने इस आतंकवादी हमले की आपराधिक जांच गंभीरता से शुरू कर दी है। कानून प्रवर्तन सूत्रों के हवाले से बताया कि दागिस्तान के एक अधिकारी को हमला कराने के शक में हिरासत में लिया गया है। मेलीकोव ने संभावना जताई हैं कि इन हमलों की पूरी साजिश शायद विदेश में रची गई हैं।