एनआईए तहव्वुर राणा से लगातार पूछताछ कर रही है। उसे उन जगहों पर ले जाया जाएगा जहां उसने हमले से पहले डेविड हेडली के साथ रेकी की थी।
Tahawwur Rana: 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड Tahawwur Rana को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है और फिलहाल वह NIA हेडक्वार्टर दिल्ली में हिरासत में है। गुरुवार को पालम एयरपोर्ट से सीधा पटियाला हाउस कोर्ट ले जाकर राणा को पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 18 दिनों की NIA रिमांड में भेज दिया। इन 18 दिनों में राणा से पूछताछ के साथ-साथ उसे देश के उन शहरों में ले जाया जाएगा जहां उसने आतंकी हमले की रेकी (reconnaissance) की थी।
किन शहरों में ले जाया जाएगा तहव्वुर राणा?
NIA अधिकारियों की शुक्रवार को हुई एक high-level meeting में तय किया गया कि तहव्वुर राणा को मुंबई, अहमदाबाद, आगरा और दिल्ली के उन इलाकों में ले जाया जाएगा जहां उसने अपने साथी David Headley के साथ 2008 के हमलों से पहले दौरा किया था। यह दौरा 13 नवंबर से 21 नवंबर 2008 के बीच किया गया था। इस दौरान वह ISI यानी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में था, जिसने आतंकी हमले की funding भी की थी।
क्या हो सकती है तहव्वुर राणा को फांसी?
भारत में 175 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले इस हमले के गुनहगार तहव्वुर राणा को क्या फांसी होगी? इस पर बहस तेज है। Supreme Court के वरिष्ठ अधिवक्ता ज्ञानंत सिंह के अनुसार, "यदि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में मृत्युदंड का प्रावधान स्पष्ट है, तो भारत में भी उसे फांसी दी जा सकती है।" भारत और अमेरिका के बीच Extradition Treaty 1997 के तहत, Article 8 यह स्पष्ट करता है कि यदि प्रत्यर्पण देने वाला देश मृत्युदंड का समर्थन नहीं करता, तो वह मांग को अस्वीकार कर सकता है। लेकिन अमेरिका में भी आतंकवाद के मामलों में capital punishment का प्रावधान है।
भारत में लागू होगा भारतीय कानून
तहव्वुर राणा के Canadian citizenship को लेकर कोई राहत नहीं मिलने वाली है, क्योंकि अगर अपराध भारत में हुआ है तो उस पर भारत का ही कानून लागू होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अदालत इस केस को "rarest of the rare" की श्रेणी में रख सकती है और फांसी की सजा दे सकती है।
NIA की रणनीति क्या होगी?
NIA की टीम तहव्वुर राणा से 26/11 हमले की larger conspiracy, फंडिंग सोर्स, ISI की भूमिका और अन्य नेटवर्क्स के बारे में पूछताछ करेगी। इसके अलावा उन सभी लोकेशंस की जांच की जाएगी जहां राणा ने रेकी की थी। NIA की इस प्रक्रिया के बाद एक comprehensive report तैयार की जाएगी, जिसे कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया जाएगा।