पश्चिम बंगाल के जयनगर में किशोरी से दुष्कर्म और हत्या मामले में अदालत ने मुस्तकिन सरदार को दोषी ठहराया। बारुईपुर अदालत ने शुक्रवार को उसे मौत की सजा सुनाई, यह घटना 4 अक्टूबर को हुई थी।
West Bengal News: पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में अदालत ने मुस्तकिन सरदार को मौत की सजा सुनाई है। बारुईपुर के त्वरित अपर जिला न्यायालय के न्यायाधीश सुब्रत चट्टोपाध्याय ने गुरुवार को मुस्तकिन को दोषी ठहराया और शुक्रवार को उसे मौत की सजा का ऐलान किया। इस मामले में अदालत ने महज 63 दिनों में फैसला सुनाया, जो राज्य के इतिहास में एक अभूतपूर्व घटना है।
जयनगर की घटना को लेकर प्रदर्शन
आरजी कर कांड के दौरान राज्य में चल रहे आंदोलनों के बीच जयनगर की घटना सामने आई थी। इस दौरान आंदोलनकारियों ने पीड़िता के घर जाकर प्रदर्शन किया और धर्मतल्ला में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल के दौरान पीड़िता की प्रतीकात्मक मूर्ति भी रखी थी। प्रदर्शनकारियों ने आरजी कर कांड में न्याय की मांग की थी, हालांकि अभी तक इस मामले में सीबीआई जांच जारी है।
महज 63 दिन में हुआ फैसला
जयनगर मामले में दोषी को फांसी की सजा सुनाए जाने के तुरंत बाद राज्य पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, "जयनगर के लिए न्याय!" पुलिस ने इसे अभूतपूर्व फैसला करार दिया और कहा कि यह न्याय के रास्ते में कोई भी रुकावट नहीं आने देगा। इस पोस्ट में लिखा था कि हमारा उद्देश्य पीड़िता और उसके परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाना था।
सीएम ममता बनर्जी ने फैसले पर जताई खुशी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "जयनगर में 4 अक्टूबर को हुई इस क्रूर बलात्कार और हत्या के मामले में आरोपी को सिर्फ 62 दिनों के भीतर मौत की सजा दी गई है। यह राज्य के इतिहास में अभूतपूर्व है।" ममता ने राज्य पुलिस और अभियोजन प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराधों के प्रति शून्य सहिष्णुता रखती है।
ट्यूशन से लौटते वक्त लापता हुई थी किशोरी
चार अक्टूबर की शाम को किशोरी ट्यूशन से घर लौटते वक्त लापता हो गई थी। परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की और स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस पर असहयोग के आरोप लगे। बाद में किशोरी का शव घर के पास एक जलाशय से बरामद हुआ, और रात के वक्त ही मुस्तकिन को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, आरजी कर मामले में अभी तक न्याय नहीं मिला है और इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।