यमन: हूतियों ने 153 युद्ध बंदियों को छोड़ा, संघर्ष विराम के बाद UN कर्मियों को बनाया बंधक

यमन: हूतियों ने 153 युद्ध बंदियों को छोड़ा, संघर्ष विराम के बाद UN कर्मियों को बनाया बंधक
Last Updated: 2 दिन पहले

इजरायल-हमास संघर्ष विराम के बाद यमन के हूतियों ने 153 युद्ध बंदियों को रिहा किया, लेकिन यूएन के सात कर्मियों को बंधक बना लिया। रेड क्रॉस ने रिहाई का स्वागत किया।

यमन: इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के बाद यमन के हूतियों ने 153 युद्ध बंदियों को एकतरफा रिहा करने का बड़ा कदम उठाया है। यह कदम युद्धविराम के बाद दोनों पक्षों द्वारा बंधकों की रिहाई के प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है। हूतियों ने शनिवार को रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति को सूचित किया कि वे बंदियों को रिहा करने की योजना बना रहे थे, और शुक्रवार रात ही संकेत दिया था कि यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

यमन में बंधकों की रिहाई और तनाव को कम करने का प्रयास

गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम के बाद हूतियों का यह कदम एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य युद्ध और संघर्ष को खत्म करने के प्रयासों को बढ़ावा देना है। हालांकि, इस दौरान हूतियों ने संयुक्त राष्ट्र के सात कर्मचारियों को बंधक बना लिया, जिस पर संयुक्त राष्ट्र ने नाराजगी जताई है। रेड क्रॉस ने कहा कि वह इस एकतरफा रिहाई का स्वागत करता है, जिसे युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों का हिस्सा माना जा सकता है।

संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों की बंधक बनाना

रिहाई के बाद हूतियों ने संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को क्यों बंधक बनाया, इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय हैरान है। यह घटना यमन में युद्ध की जटिलताओं को और बढ़ाती है और इसके परिणामस्वरूप क्षेत्रीय तनाव को बढ़ावा मिल सकता है।

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