बिहार की नीतीश सरकार अब युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक रोकने के लिए कठोर कदम उठाने जा रही है। आज यानि मंगलवार (24 जुलाई) को बिहार विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन सरकार की ओर से छह विधेयक पेश किए जाने की संभाना हैं।
Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र (Bihar Assembly Monsoon Session) का आज यानि मंगलवार (24 जुलाई) को तीसरा दिन है। जहां आज उच्चतम गतिविधि देखने को मिलेगी। विपक्ष का दावा है कि वह सरकार के विरुद्ध सूबे को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर घेर सकता। इस दौरान विधानसभा की कार्यवाही आज सुबह 11 बजे से शुरू होगी। यहां नीतीश सरकार तीन बिल पेश करने की योजना बना रही है, जिसमें पेपर लीक से जुड़ा भी एक बिल शामिल है। वहीं, 12 बजे विधान परिषद की कार्यवाही शुरू की जाएगी।
विधानसभा में ये बिल होंगे पेश
आज यानि मंगलवार को बिहार विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन सरकार की तरफ से 6 विधेयक पेश किए जा सकते हैं, जिनमें से एक एंटी पेपर लीक बिल होगा।
1. बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) विधेयक, 2024: इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करना है। यह बिल पेपर लीक में शामिल दोषियों और संस्थाओं के खिलाफ 3 से 10 साल की सजा का प्रावधान करता है। इसके अलावा, पेश किए जाने वाले इस विधेयक में 10 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपए तक का जुर्माना भी वसूलने का नियम भी लागू हो सकता है।
2. बिहार माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2024: इस विधेयक का उद्देश्य बिहार माल और सेवा कर विधेयक में संशोधन करके कर व्यवस्था में सुधार करना है। इसमें कर निर्धारण और संशोधन के माध्यम से राज्य के अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का प्रयास किया गया है।
3. बिहार लिफट एवं एस्केलेटर विधेयक, 2024: इस विधेयक का उद्देश्य बिहार में लिफ्ट और एस्केलेटर की सुरक्षा
मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष का हंगामा
मिली जानकारी के अनुसार, बिहार विधानसभा के मंसुओं सत्र के पहले दिन यानि सोमवार को विधायकों के बीच बिहार लोक परीक्षा विधेयक 2024 की प्रतियां पेश की गई है। इस दौरान विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत ही विपक्ष के हंगामे से ही हुई थी। बिहार के विशेष राज्य दर्जे को लेकर महागठबंधन के विधायक नारेबाजी पर उतर आये। बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने इस प्रावधान को शांतिपूर्वक रखने की अपील की तो विधायकों ने वेल में एकजुट हंगामा शुरू कर दिया। इसी शोर शराबे के बीच सदन की कार्यवाही शुरू की गई।