हर साल लाखों छात्र JEE Advanced की परीक्षा देते हैं, लेकिन कुछ ही छात्र इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते हैं। 2023 में JEE Advanced का परिणाम भारतीय शिक्षा के इतिहास में एक और चमकते सितारे को सामने लाया – वविलाला चिद्विलास रेड्डी, जिन्होंने 360 में से 341 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक 1 (AIR 1) हासिल किया। यह सफलता सिर्फ उनके ज्ञान और मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि उनकी खास रणनीतियों और कठिन परिश्रम का भी परिचायक है। वविलाला ने अपने दो साल के संघर्ष के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाई, जिससे उन्होंने अपनी पढ़ाई पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया। तो, आइए जानते हैं वविलाला चिद्विलास रेड्डी की सफलता की कहानी और उनकी तैयारी की रणनीति।
सोशल मीडिया से दूरी सफलता की पहली कुंजी
वविलाला चिद्विलास रेड्डी की सफलता की सबसे बड़ी वजह सोशल मीडिया से दूरी रही। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया ने उन्हें पहले बहुत भटकाया, जिससे उनकी पढ़ाई में खलल पड़ा। "सोशल मीडिया ने मेरी ध्यान को तोड़ा था, और जब मुझे समझ में आया कि इससे मेरी पढ़ाई प्रभावित हो रही है, तो मैंने इसे पूरी तरह से छोड़ दिया," उन्होंने कहा। वविलाला ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी लगातार मेहनत और आत्म-अनुशासन को दिया।
कड़ी मेहनत और आत्म-अनुशासन: सफलता के दो प्रमुख तत्व
वविलाला चिद्विलास रेड्डी ने JEE Advanced की तैयारी के दौरान सबसे पहले आत्म-अनुशासन को अपनी सफलता की कुंजी माना। उनका मानना था कि यदि आप किसी लक्ष्य को पाना चाहते हैं, तो आपको अनुशासन और नियमित अध्ययन की आवश्यकता होती है। उन्होंने चार साल तक एक सख्त स्टडी शेड्यूल का पालन किया और हर विषय पर गहरी समझ विकसित की। "मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण था कि मैं समझने की कोशिश करता था, सिर्फ रटने से काम नहीं चलता," उन्होंने कहा।
परीक्षा की तैयारी की रणनीति
वविलाला ने अपनी तैयारी की शुरुआत 11वीं कक्षा से की थी। उन्होंने मैथ, केमिस्ट्री और फिजिक्स के बेसिक कॉन्सेप्ट्स पर ध्यान केंद्रित किया और उन्हें मजबूत किया। उनका मानना था कि जल्दी शुरुआत करने से जटिल विषयों को समझने में मदद मिलती है। "जब आपने अपनी नींव मजबूत कर ली, तो आगे के जटिल विषयों को समझना आसान हो जाता है," उन्होंने कहा। उनका अध्ययन गहन समझ और प्रैक्टिस पर आधारित था।
प्रैक्टिस उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था। वविलाला ने बार-बार मॉक टेस्ट दिए और पिछले साल के प्रश्नपत्र हल किए, जिससे उन्हें परीक्षा के पैटर्न को समझने में मदद मिली और आत्मविश्वास बढ़ा।
परिवार और मेंटर्स का समर्थन
वविलाला की सफलता में उनके परिवार और मेंटर्स का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। वह अपने बड़े भाई से प्रेरित हैं, जो फिलहाल बिट्स पिलानी में BTech के फाइनल ईयर में हैं। उनका परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा और उन्हें पढ़ाई के दौरान हर कदम पर प्रोत्साहित किया। "मेरे माता-पिता और शिक्षकों ने हमेशा मुझे सकारात्मक बनाए रखा और मुझे भरोसा दिलाया कि मैं जो भी चाहता हूं, वह हासिल कर सकता हूं," उन्होंने कहा।
छात्रों के लिए संदेश
वविलाला चिद्विलास रेड्डी ने JEE Advanced की तैयारी कर रहे छात्रों को अपनी सफलता की कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी। उनका कहना था, "आपको सिर्फ रटना नहीं है, बल्कि विचारों को गहरे से समझना चाहिए। यदि आप किसी विषय को अच्छी तरह से समझ लेते हैं, तो वह हमेशा आपके साथ रहेगा।" उनका मानना था कि आत्म-अनुशासन, गहरी समझ, और निरंतर अभ्यास ही किसी भी परीक्षा में सफलता की कुंजी हैं।
नतीजा मेहनत और रणनीति का सशक्त परिणाम
वविलाला चिद्विलास रेड्डी की सफलता यह साबित करती है कि यदि आप पूरी तरह से समर्पित होकर अपनी तैयारी में ध्यान और अनुशासन से काम करें, तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि कठिन समय में कड़ी मेहनत और आत्म-अनुशासन से सफलता मिलती है। आज, वह न केवल JEE Advanced 2023 के टॉपर हैं, बल्कि उन्होंने यह भी दिखा दिया है कि अगर आप अपने लक्ष्य के प्रति प्रेरित और सकारात्मक हैं, तो कोई भी मुश्किल रास्ता कठिन नहीं लगता।
वविलाला चिद्विलास रेड्डी की यह सफलता की कहानी सभी JEE Aspirants के लिए प्रेरणा का स्रोत है। अगर आप भी इस कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो वविलाला के अनुभव से यह समझें कि आत्म-अनुशासन, समझ और लगातार अभ्यास ही सफलता की कुंजी हैं।