टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा बांग्लादेश के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट की पहली पारी में केवल 6 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें बांग्लादेश के तेज गेंदबाज हसन महमूद ने पवेलियन भेजा। रोहित के आउट होने के बाद हसन महमूद ने शुभमन गिल को शून्य पर और विराट कोहली को 6 रन के निजी स्कोर पर आउट कर दिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हुई दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट खेला जा रहा है। भारतीय टीम ने टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने तीन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, दो स्पिनर्सरवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग-11 में शामिल किया। जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर उतरी, तो उम्मीद की जा रही थी कि रोहित शर्मा महत्वपूर्ण योगदान देंगे। हालांकि, रोहित महज 6 रन बनाकर बांग्लादेशी गेंदबाज नजमुल हुसैन का शिकार बने और जल्दी ही पवेलियन लौट गए।
रोहित शर्मा शांतो का बने शिकार
रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी क्षमता साबित की है, लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में उनकी वापसी थोड़ी निराशाजनक रही। 194 दिनों के बाद टेस्ट में वापसी करते हुए, रोहित से यह उम्मीद थी कि वह इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, पहली पारी में वह केवल 6 रन बनाकर आउट हो गए और अपनी फॉर्म को दोबारा स्थापित करने में संघर्ष करते नजर आए। इस समय भारतीय टीम को उनके बेहतरीन प्रदर्शन की जरूरत है, खासकर जब उन्होंने लंबी अवधि के बाद टेस्ट में वापसी की हैं।
रोहित स्लिप में थमा बैठे आसान-सा कैच
रोहित शर्मा भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप की एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं, और उनकी पारी में अहम योगदान की उम्मीद रहती है। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में, उन्होंने पारी के छठे ओवर में हसन महमूद की एक ऑफ-स्टंप गुड लेंथ गेंद पर कैच आउट हो गए। गेंद की स्विंग ने रोहित को भ्रमित कर दिया और उनका हल्का डिफेंस एक आसान कैच में बदल गया, जिसे नजमुल हुसैन ने सफलतापूर्वक लपक लिया।
इससे पहले, हसन महमूद ने रोहित को एक डरावनी गेंद फेंकी थी, जिस पर जोरदार अपील की गई थी, लेकिन रोहित बच गए थे। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि बांग्लादेशी गेंदबाजों ने रोहित को चुनौती दी और उन्हें अपने खेल में सतर्क रहने की आवश्यकता थी। रोहित शर्मा का टेस्ट करियर भी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 59 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और 4137 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके नाम 12 शतक भी दर्ज हैं। उनका अनुभव और फॉर्म भारतीय टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, और उनकी वापसी से टीम को बड़ी उम्मीदें हैं।