भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने आईपीएल इतिहास में एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। आईपीएल 2025 के 41वें मुकाबले में, जो हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेला गया, बुमराह ने मुंबई इंडियंस के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
स्पोर्ट्स न्यूज़: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के 41वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसने उन्हें आईपीएल के इतिहास में अमर बना दिया है। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में बुमराह ने एक महत्वपूर्ण विकेट लेते हुए न सिर्फ टीम के लिए योगदान दिया, बल्कि एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
मलिंगा की बराबरी कर बने 'मिस्टर रिलायबल'
बुमराह ने इस मैच में अपने आखिरी ओवर की अंतिम गेंद पर खतरनाक बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन को पवेलियन भेजा। यह विकेट उनके आईपीएल करियर का 170वां विकेट था, जो उन्होंने सिर्फ मुंबई इंडियंस के लिए लिए हैं। इसी के साथ वह महान श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मलिंगा के रिकॉर्ड की बराबरी पर पहुंच गए हैं। मलिंगा ने भी अपने करियर में मुंबई के लिए 170 विकेट ही चटकाए थे।
बुमराह के लिए यह उपलब्धि सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं बल्कि एक दशक की मेहनत, समर्पण और अनुशासन का नतीजा है। 138 मैचों में 170 विकेट लेना कोई साधारण बात नहीं है। उन्होंने खुद को मुंबई की गेंदबाजी का सबसे भरोसेमंद नाम साबित कर दिया है।
मुंबई के टॉप विकेट टेकर बने बुमराह
मुंबई इंडियंस के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की सूची में अब बुमराह और मलिंगा संयुक्त रूप से पहले स्थान पर हैं। इसके बाद हरभजन सिंह (127), मिशेल मैक्लेनाघन (71) और कीरोन पोलार्ड (69) का नाम आता है। जहां मलिंगा ने अपनी यॉर्कर और डेथ ओवर में कंट्रोल के लिए ख्याति पाई, वहीं बुमराह ने अपनी तेज गति, सटीक लाइन-लेंथ और विविधताओं के दम पर खुद को साबित किया है।
चहल और भुवनेश्वर को भी पछाड़ा
आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की सूची में बुमराह अब आठवें पायदान पर पहुंच चुके हैं। इस सूची में पहले स्थान पर युजवेंद्र चहल हैं, जिनके नाम 214 विकेट हैं। दूसरे स्थान पर पीयूष चावला (192) और तीसरे पर भुवनेश्वर कुमार (189) हैं। बुमराह इन दोनों के करीब पहुंच चुके हैं और आने वाले मैचों में इनका रिकॉर्ड तोड़ना तय माना जा रहा है।
बुमराह ने 2025 सीजन में अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हालांकि हैदराबाद के खिलाफ उनका स्पेल थोड़ा महंगा रहा 4 ओवर में 39 रन दिए लेकिन क्लासेन जैसे खतरनाक बल्लेबाज को आउट कर उन्होंने मैच में संतुलन बनाए रखा।
बुमराह: मुंबई की ताकत और रणनीति का केंद्र
मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी रणनीति का केंद्र बिंदु जसप्रीत बुमराह ही हैं। जब टीम को विकेट की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब कप्तान की पहली पसंद बुमराह ही होते हैं। उनकी उपस्थिति से टीम को आत्मविश्वास मिलता है और विपक्षी टीमों पर दबाव बनता है। बुमराह ने समय-समय पर साबित किया है कि वह किसी भी परिस्थिति में मैच का रुख बदल सकते हैं। चाहे वह पावरप्ले हो, मिडिल ओवर या डेथ ओवर—हर स्थिति में वह विकेट लेने की क्षमता रखते हैं।
मुंबई इंडियंस इस सीजन में अपने गेंदबाजों के साथ रोटेशन नीति अपना रही है ताकि खिलाड़ियों को आराम मिल सके और फिटनेस बरकरार रहे। इसके बावजूद बुमराह ने अपनी लय नहीं खोई और हर मैच में निरंतरता दिखाई। यह उनकी फिटनेस, मेहनत और मानसिक मजबूती का प्रमाण है।
बुमराह की कामयाबी का राज
बुमराह की सफलता का सबसे बड़ा कारण उनकी तकनीकी कुशलता, ट्रेनिंग पर फोकस और निरंतर सुधार की प्रवृत्ति है। वह लगातार अपनी गेंदबाजी में नई विविधताएं जोड़ते हैं, जिससे बल्लेबाजों के लिए उन्हें पढ़ पाना मुश्किल होता है। इसके अलावा, उनके यॉर्कर, स्लोअर बॉल और बाउंसर का मिश्रण उन्हें डेथ ओवरों का सबसे खतरनाक गेंदबाज बना देता है। उनकी गेंदबाजी की सटीकता और मानसिक मजबूती उन्हें आज के दौर का सबसे प्रभावी गेंदबाज बनाती है।
बुमराह के इस रिकॉर्ड ने न केवल मुंबई इंडियंस के फैंस को उत्साहित किया है, बल्कि पूरे क्रिकेट जगत की निगाहें अब उनके अगले रिकॉर्ड पर टिकी हैं। क्या वह युजवेंद्र चहल के 214 विकेट के आंकड़े को पार कर पाएंगे?