जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड (ZC) ने अपने घरेलू शेड्यूल की घोषणा कर दी है। इस कार्यक्रम के तहत जिम्बाब्वे न केवल साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड जैसी दिग्गज टीमों की मेजबानी करेगा, बल्कि 11 साल बाद अपने घरेलू मैदान पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी खेलेगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने अपने घरेलू शेड्यूल की घोषणा की, जिसमें वह लंबे अंतराल के बाद दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की मेजबानी करेगा। इसके अलावा, जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम इन दोनों टीमों के खिलाफ एक टी20 ट्राई सीरीज भी खेलेगी। जिम्बाब्वे क्रिकेट के मैनेजिंग डायरेक्टर गिवमोरी मकोनी ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह पिछले कई वर्षों में उनका सबसे बड़ा घरेलू सीजन होगा।
जिम्बाब्वे टीम 28 जून से 11 अगस्त तक अपने घरेलू मैदानों पर इन मुकाबलों की मेजबानी करेगी, जिससे क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचक मैच देखने को मिलेंगे। इस क्रिकेट कैलेंडर में कुल चार टेस्ट और एक टी20 ट्राई सीरीज शामिल होगी।
11 साल बाद घर पर साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज
साउथ अफ्रीका की टीम आखिरी बार 2014 में टेस्ट सीरीज के लिए जिम्बाब्वे के दौरे पर आई थी। इस बार दोनों देशों के बीच दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे।
पहला टेस्ट: 28 जून – 2 जुलाई, बुलावायो
दूसरा टेस्ट: 6 जुलाई – 10 जुलाई, बुलावायो
इस टेस्ट सीरीज को लेकर फैंस बेहद उत्साहित हैं, क्योंकि यह मुकाबला घरेलू क्रिकेट में जिम्बाब्वे की मजबूत वापसी का संकेत दे सकता है।
टी20 ट्राई सीरीज से बढ़ेगा रोमांच
टेस्ट सीरीज के बाद क्रिकेट का सबसे तेज़ और रोमांचक प्रारूप टी20 देखने को मिलेगा। जिम्बाब्वे, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड की टीमें टी20 ट्राई सीरीज में हिस्सा लेंगी।
टूर्नामेंट की शुरुआत: 14 जुलाई
फाइनल मुकाबला: 26 जुलाई
सभी मैचों का स्थान: हरारे
लीग स्टेज में सभी टीमों को एक-दूसरे के खिलाफ दो-दो मैच खेलने का मौका मिलेगा, जबकि टॉप-2 टीमें फाइनल में भिड़ेंगी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से होगा समापन
घरेलू सत्र का समापन न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से होगा।
पहला टेस्ट: 30 जुलाई – 3 अगस्त, बुलावायो
दूसरा टेस्ट: 7 अगस्त – 11 अगस्त, बुलावायो
यह कार्यक्रम जिम्बाब्वे क्रिकेट के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिससे घरेलू खिलाड़ियों को बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, यह क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि वे सालों बाद अपने देश में बड़े मैचों का आनंद उठा सकेंगे।