आजकल ऑनलाइन स्कैम्स एक गंभीर खतरे के रूप में उभरकर सामने आए हैं। रोजाना हजारों लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं, जब स्कैमर्स अपनी चालाकी और फरेबी तरीकों से उन्हें जाल में फंसा लेते हैं। और जब उन्हें यह अहसास होता है कि वे धोखा खा चुके हैं, तब तक उनके बैंक अकाउंट से लाखों रुपये गायब हो चुके होते हैं।
खासकर फोन कॉल्स के जरिए धोखाधड़ी के मामले इन दिनों लगातार बढ़ रहे हैं, और साइबर एक्सपर्ट्स और पुलिस भी इन ठगों से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस बढ़ती समस्या से बचने के लिए अब सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
ब्रिटेन की टेलीकॉम कंपनी O2 ने स्कैमर्स से निपटने के लिए एक बेहद स्मार्ट और अनोखा तरीका अपनाया है – AI दादी (AI Granny)! इस चतुर चैटबॉट का नाम है डेजी, जो इंसान की तरह बातें करने में माहिर है। डेजी का खास काम है – स्कैमर्स को अपनी फालतू कहानियों में उलझाकर उनका समय बर्बाद करना।
O2 का दावा है कि डेजी स्कैमर्स को 40 मिनट तक अपनी जाल में फंसा सकती है, इस दौरान वे न तो किसी काम की बात कर सकते हैं और न ही अपनी धोखाधड़ी को अंजाम दे सकते हैं। डेजी का मुख्य उद्देश्य है – धोखाधड़ी करने वालों का समय खराब करना और आम लोगों को स्कैम से बचाना। यह AI दादी का तरीका न केवल स्कैमर्स के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है, बल्कि मोबाइल यूजर्स को भी बड़ी राहत दे रहा है।
O2 ने अपने "Swerve the Scammers" कैंपेन के तहत एक अनोखी AI दादी – डेजी – पेश की है, जिसका मकसद स्कैम कॉल्स को रोकना है। लेकिन डेजी कोई सामान्य चैटबॉट नहीं है। यह AI इंसान की तरह सोचती और समझती है, जिससे स्कैमर्स को ऐसा लगता है कि वे किसी असली इंसान से बात कर रहे हैं। डेजी पहले तो स्कैमर्स की बातें बड़े ध्यान से सुनती है, फिर बारीकी से जवाब देती है, जिससे उनकी धृष्टता पूरी तरह से नाकाम हो जाती है।
इस AI दादी को बनाने के लिए O2 ने YouTube पर मशहूर धोखेबाज जिम ब्राउनिंग की मदद ली है, जिन्होंने डेजी को स्कैमर्स के खिलाफ लड़ाई के लिए कुछ शानदार ट्रिक्स सिखाई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन में अब 10 में से 7 लोग इन धोखेबाजों से बदला लेने के लिए तैयार हैं।
इसका मतलब है कि AI दादी अब स्कैमर्स के लिए एक बुरा सपना बन चुकी है, जो उन्हें उनके ही खेल में मात दे रही है। इस तरह स्कैमर्स का अपना ही जाल उलझ रहा है।