भारत के स्मार्टफोन बाजार में अब एक नई ताकत उभर कर सामने आई है। इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 की तीसरी तिमाही में भारत का स्मार्टफोन शिपमेंट 46 मिलियन यूनिट तक पहुंच चुका है, जो पिछले साल के मुकाबले 5.6% की वृद्धि दर्शाता है। लेकिन इस वृद्धि के बीच, कुछ कंपनियां अपनी पोजीशन मजबूत करने में सफल रही हैं, वहीं कुछ को गिरावट का सामना भी करना पड़ा हैं।
Vivo का दबदबा
वीवो ने लगातार तीसरी तिमाही में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी के साथ बाज़ार में अपनी पकड़ मजबूत की है। इसके पास 15.8% की हिस्सेदारी है, जो इसकी वाई सीरीज और नए टी3 और वी40 मॉडल्स के कारण बढ़ी हैं।
Oppo और Samsung की स्थिति
ओप्पो 13.9% की हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जिसकी सालाना वृद्धि 47.6% रही। वहीं, सैमसंग को 12.3% हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर खिसकना पड़ा, जिसमें 19.7% की गिरावट आई।
Realme और Xiaomi की पोजीशन
रियलमी चौथे स्थान पर रहा, जिसका हिस्सेदारी 11.4% था, हालांकि यह पिछले साल के मुकाबले गिरावट दर्शाता है। शाओमी, जो पहले टॉप 3 में था, मामूली 2.7% वृद्धि के साथ अब 11.4% हिस्सेदारी के साथ पांचवें स्थान पर आ गया हैं।
Apple की मजबूत स्थिति
इस बार, ऐप्पल ने अपने स्मार्टफोन शिपमेंट में भारी वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने 8.6% बाजार हिस्सेदारी के साथ 4 मिलियन यूनिट शिप किए, जो पिछले साल की तुलना में 58.5% अधिक है। इसके प्रीमियम सेगमेंट में (₹50,000-68,000) 86% की वृद्धि हुई, जिसमें Apple का 71% हिस्सेदारी था। इसके अलावा, 5G फोन अब स्मार्टफोन शिपमेंट का 83% हिस्सा बन चुके हैं, जबकि पिछले साल यह 57% था।
नए खिलाड़ी भी अपनी पहचान बना रहे हैं
पोको और मोटोरोला जैसे ब्रांड्स भी तेजी से मार्केट में अपनी जगह बना रहे हैं। पोको ने 5.8% हिस्सेदारी के साथ छठा स्थान हासिल किया, जबकि मोटोरोला ने 5.7% की हिस्सेदारी के साथ 149.5% की वृद्धि दिखाते हुए बाज़ार में अपनी पोजीशन को मजबूत किया।
इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भारत का स्मार्टफोन बाजार लगातार विकसित हो रहा है, और विभिन्न कंपनियां अपनी रणनीतियों के साथ अपने पद को मजबूत कर रही हैं।