Gaganyaan Mission 2024: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेगा ISRO का एक गगन यान, NASA और ISRO का संयुक्त मिशन, पढ़ें पूरी जानकारी

Gaganyaan Mission 2024: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेगा ISRO का एक गगन यान, NASA और ISRO का संयुक्त मिशन, पढ़ें पूरी जानकारी
Last Updated: 05 सितंबर 2024

इसरो से एक गगनयात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की अंतरिक्ष यात्रा करेगा। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में दी थी। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए इसरो और नासा एक संयुक्त मिशन पर कार्य कर रही हैं।

डिजिटल डेस्क: इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भारत जल्द ही अपना पहला अंतरिक्ष यात्री भेजेगा। जी हां, लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी दी है। सिंह ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का एक गगनयात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा करेगा। चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन अगस्त 2024 में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया जा सकता हैं।

अगस्त में हो सकता है मिशन लॉन्च

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) और नासा (नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) एक संयुक्त मिशन पर कार्य कर रही हैं। इसरो, नासा और एक निजी कंपनी एक्सिओम स्पेस का यह एक संयुक्त मिशन होगा। हाल ही में इसरो ने इस संयुक्त मिशन पर काम करने के लिए एक्सिओम स्पेस के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। बता दें  चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन अगस्त 2024 में फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया जा सकता हैं।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने मिशन को लेकर दी जानकारी

आईएसएस मिशन के लिए चुने गए गगनयात्री चार भारतीय वायुसेना पायलटों में से एक होगा जिन्हें गगनयान मिशन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसरो द्वारा गठित अंतरिक्ष यात्री चयन बोर्ड ने चार अंतरिक्ष यात्रियों को चयनित किया था। ये सभी चार अंतरिक्ष यात्री ने महामारी के दौरान रूस में अंतरिक्ष उड़ान के बुनियादी मॉड्यूल पर प्रशिक्षण लिया था। मंत्री जी ने बताया कि वर्तमान में भारतीय अंतरिक्ष यात्री गगनयान मिशन को सफल बनाने के लिए बेंगलुरु में इसरो के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे हैं।

गगनयान प्रशिक्षण पर सिंह ने कहा कि गगनयात्री प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीन सत्रों में से दो पूरे हो चुके हैं। स्वतंत्र प्रशिक्षण सिम्युलेटर और स्थिर मॉकअप सिम्युलेटर बन चुके हैं। जानकारी के लिए बता दें कि गगनयान परियोजना इसरो का एक बड़ा मिशन है। इस मिशन के 2025 में प्रक्षेपित होने की उम्मीद हैं।

 

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