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2027 के चुनाव पर केजरीवाल का बड़ा बयान: कहा- 'अब बदलाव का युग आएगा', कांग्रेस-बीजेपी पर साधा निशाना

2027 के चुनाव पर केजरीवाल का बड़ा बयान: कहा- 'अब बदलाव का युग आएगा', कांग्रेस-बीजेपी पर साधा निशाना

Arvind Kejriwal: गुजरात और पंजाब में हाल ही में हुए उपचुनावों में आम आदमी पार्टी को मिली जीत के बाद पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 2027 के विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने दावा किया है कि 2022 बदलाव की शुरुआत थी, जबकि 2027 में बड़ा राजनीतिक परिवर्तन देखने को मिलेगा। साथ ही उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए और कहा कि देश में केवल 'आप' ही भाजपा को सच्ची चुनौती दे सकती है।

उपचुनावों में AAP की सफलता ने बढ़ाया आत्मविश्वास

गुजरात और पंजाब की दो अहम विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर आम आदमी पार्टी ने अपने राष्ट्रीय राजनीतिक सफर को मजबूती दी है। गुजरात की विसावदर सीट से आप नेता गोपाल इटालिया विजयी हुए, जबकि पंजाब की लुधियाना (पश्चिम) सीट पर आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारत भूषण आशु को 10,600 से अधिक वोटों से हराया।

अरविंद केजरीवाल ने इन जीतों को "शुरुआत का संकेत" बताते हुए कहा कि जनता अब आप को एक विश्वसनीय और प्रभावशाली राजनीतिक विकल्प के रूप में देख रही है।

कांग्रेस-बीजेपी पर मिलीभगत के आरोप

प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ शीर्ष नेता भारतीय जनता पार्टी के साथ 'मिलीभगत' कर रहे हैं और उपचुनावों में उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को फायदा पहुंचाया है। उन्होंने कहा, "2022 में जो लहर चली, वो बदलाव की शुरुआत थी। 2027 में और बड़ा बदलाव होगा। आप पार्टी इन राज्यों में ताकत के साथ आगे बढ़ रही है।"

आप ही दे सकती है भाजपा को चुनौती: केजरीवाल

केजरीवाल ने दावा किया कि आज की राजनीतिक स्थिति में केवल आम आदमी पार्टी ही भाजपा को सीधी टक्कर दे सकती है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपनी पार्टी की कमजोर होती भूमिका को पहचानें और यदि वे वाकई बदलाव चाहते हैं, तो आप का साथ दें।

उन्होंने कांग्रेस को भाजपा के "नकली विपक्ष" की संज्ञा दी और कहा कि उनकी भूमिका अब सशक्त विपक्ष की नहीं रह गई है, बल्कि वे भाजपा की रणनीति का हिस्सा बनते जा रहे हैं।

गुजरात में कांग्रेस को करारा झटका

गुजरात में कांग्रेस को उस वक्त गहरी चोट लगी जब प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने दो सीटों पर मिली हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया। इससे कांग्रेस की आंतरिक चुनौतियां और स्पष्ट हो गईं। वहीं भाजपा ने राज्य में अपनी पारंपरिक सीट बरकरार रखी, लेकिन आप ने विसावदर सीट जीतकर सभी राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया।

पंजाब और गुजरात में उपचुनावों में मिली जीत आम आदमी पार्टी के लिए नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का स्रोत बनी है। अरविंद केजरीवाल के बयानों से साफ है कि पार्टी 2027 के विधानसभा चुनावों की रणनीति पर अभी से काम कर रही है। कांग्रेस और बीजेपी पर उनके आरोप आने वाले समय में राष्ट्रीय राजनीति में विपक्षी समीकरणों को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं।

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