Columbus

आकाश मिसाइल: भारत का ताकतवर रक्षा कवच, जानिए इसकी खासियत

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारत की आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस ऑपरेशन के तहत, पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलों और ड्रोन को सटीक रूप से निशाना बनाकर नष्ट किया गया।

Akash Missile Defense System: भारत ने अपनी सामरिक शक्ति को और मजबूत करते हुए आकाश मिसाइल रक्षा प्रणाली को महत्वपूर्ण युद्धक उपकरण के रूप में स्थापित किया है। यह प्रणाली न केवल भारतीय रक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है, बल्कि इसने भारतीय सुरक्षा के लिहाज से पाकिस्तान के खिलाफ कई माइलस्टोन सेट किए हैं। 

हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, आकाश मिसाइल प्रणाली ने अपनी ताकत और प्रभावशीलता को साबित किया, जब भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के खिलाफ एक जोरदार कार्रवाई की। पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट करते हुए, आकाश ने देश की रक्षा को नए आयाम दिए हैं।

आकाश मिसाइल प्रणाली: एक परिचय

आकाश एक मोबाइल, सतह से हवा में मार करने वाली (SAM) मिसाइल प्रणाली है, जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। यह प्रणाली खास तौर पर हवाई हमलों से रक्षा करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इसमें लड़ाकू जेट्स, क्रूज मिसाइलें, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें, और यहां तक कि ड्रोन हमलों को भी नष्ट करने की क्षमता है। आकाश की यह विशेषता इसे एक समर्पित और सशक्त हवाई रक्षा प्रणाली बनाती है।

आकाश मिसाइल प्रणाली की एक खासियत यह है कि यह 'फायर एंड फॉरगेट' मोड में काम करती है। इसका मतलब यह है कि एक बार मिसाइल लॉन्च करने के बाद, इसे लॉन्चर की निगरानी की आवश्यकता नहीं होती है। यह प्रणाली स्वचालित रूप से अपने लक्ष्य को ट्रैक करती है और उसे नष्ट कर देती है।

ऑपरेशन सिंदूर में आकाश मिसाइल का योगदान

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित कश्मीर में 9 आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। इसके बाद, पाकिस्तान के जवाबी हमले को भारतीय रक्षा तंत्र ने नाकाम किया। पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन और पीएल-15 मिसाइलों का जवाब भारतीय आकाश और एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली ने दिया। आकाश मिसाइल प्रणाली ने इन हमलों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, जिससे भारत की रक्षा क्षमता का जबरदस्त प्रदर्शन हुआ।

इस ऑपरेशन के दौरान आकाश की क्षमता ने यह सिद्ध कर दिया कि यह न केवल सीमित दूरी पर, बल्कि बड़े स्तर पर भी हवाई हमलों को प्रभावी ढंग से रोकने में सक्षम है। इसके अलावा, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाते हुए लाहौर, कराची, रावलपिंडी, और बहावलपुर समेत 11 स्थानों पर हमला किया।

आकाश मिसाइल की विशेषताएँ

आकाश एक अत्यधिक प्रभावी और कुशल मिसाइल प्रणाली है। इसे विभिन्न प्रकार की खतरनाक हवाई परिस्थितियों से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके कुछ प्रमुख गुण इस प्रकार हैं:

  • स्वचालित और अत्याधुनिक: आकाश मिसाइल पूरी तरह से स्वचालित है और इसमें वास्तविक समय में बहु-संवेदनशील डेटा प्रसंस्करण की क्षमता है। यह सिस्टम अपने लक्ष्य को पहचानने और उसे नष्ट करने में सक्षम है।
  • सतह से हवा में मार: यह प्रणाली हवाई हमलों को नष्ट करने के लिए खास रूप से विकसित की गई है। यह जेट्स, क्रूज मिसाइलों, और ड्रोन जैसे आधुनिक खतरों को भी नष्ट कर सकती है।
  • 'फायर एंड फॉरगेट' मोड: आकाश मिसाइल प्रणाली में यह एक बड़ी विशेषता है। इस मोड के कारण, एक बार मिसाइल दागे जाने के बाद, इसे किसी निगरानी की आवश्यकता नहीं होती और यह खुद से अपने लक्ष्य को नष्ट कर देती है।
  • मल्टी-फंक्शन रडार: आकाश मिसाइल प्रणाली में अत्याधुनिक रडार है, जो 120 किमी तक के लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है।
  • कवरेज रेंज: पुराने संस्करण की रेंज 25-30 किलोमीटर तक थी, जबकि नए संस्करण आकाश-एनजी की रेंज 70-80 किमी तक बढ़ा दी गई है।
  • हाई स्पीड: आकाश मिसाइल की गति मैक 2.5 से 3.5 के बीच है, जो इसे और अधिक प्रभावी बनाती है।
  • सटीकता: इस मिसाइल की मारक क्षमता 88% है, और अगर दो मिसाइलें एक साथ दागी जाती हैं तो यह क्षमता 99% तक बढ़ जाती है।

आकाश मिसाइल का वैश्विक निर्यात

भारत ने आकाश मिसाइल प्रणाली को न केवल अपनी सेना और वायुसेना में शामिल किया है, बल्कि इसका निर्यात भी किया है। 6000 करोड़ रुपये की डील के तहत, भारत ने आर्मेनिया को आकाश सिस्टम का निर्यात किया है, जिससे भारत की रक्षा तकनीकी क्षमताओं की वैश्विक पहचान और बढ़ी है। आकाश मिसाइल प्रणाली का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसे पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है। 

इसके निर्माण में भारतीय कंपनियों जैसे भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और लार्सन एंड टूब्रो का महत्वपूर्ण योगदान है। यह स्वदेशी प्रणाली भारत के आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

Leave a comment