राजस्थान के सिरोही में बकुल कुमार की शादी छत्तीसगढ़ की दुल्हन सुलोचनी से करवाई गई, लेकिन शादी के कुछ दिन बाद वह फरार हो गई। मामले में दलालों और परिवार के खिलाफ पुलिस जांच में जुटी है।
सिरोही: राजस्थान के सिरोही जिले से एक चौंकाने वाला शादी-धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां 37 वर्षीय बकुल कुमार ने शादी धूमधाम से कराई, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसे असली सच का पता चला। आरोपी दुल्हन और दलालों ने मिलकर युवक के साथ धोखाधड़ी की, जिससे न केवल उसका आर्थिक नुकसान हुआ बल्कि मानसिक सदमा भी पहुंचा। मामला अब पुलिस जांच के दायरे में है और आरोपी दुल्हन व दलालों की तलाश जारी है।
शादी के बाद दुल्हन का सच सामने आया
शादी के कुछ दिन बाद बकुल अपनी दुल्हन सुलोचनी को लेकर पुणे गया। वहीं बकुल की भाभी ने दुल्हन के पेट पर प्रेग्नेंसी के निशान देखे। जब उन्होंने सुलोचनी से सवाल किया, तो उसने अपने पहले विवाह और पहले पति की मौत, साथ ही जयपुर में प्रेमी होने की बात स्वीकार की।
यह सुनकर बकुल के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसे यह भी पता चला कि दुल्हन केवल अपने हित के लिए इस शादी में आई थी। बकुल ने तुरंत सुलोचनी से सच्चाई जानने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन ने बात को टालने और धोखा देने का प्रयास किया।
दलालों के जाल में फंसा युवक
जांच में यह भी सामने आया कि बकुल की शादी दलालों के जरिए करवाई गई थी। बकुल के भाई सुभाष ने अजमेर में अपने परिचित महेंद्र, कमलेश और कमल के जरिए छत्तीसगढ़ की सुलोचनी का फोटो भेजकर शादी कराने का वादा किया।
बकुल ने दलालों के खातों में लगभग 2.20 लाख रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद अजमेर के आर्य समाज मंदिर में शादी हुई, जिसमें दुल्हन के पिता और भाई भी मौजूद थे। युवक को इस पूरी योजना का कोई अंदाजा नहीं था और वह शादी के समय पूरी तरह तैयार था।
वडोदरा स्टेशन पर हुई दुल्हन की फरारी
सच्चाई जानने के बाद बकुल दुल्हन को लेकर अजमेर लौट रहा था। रास्ते में वडोदरा रेलवे स्टेशन पर सुबह चार बजे उसकी नींद खुली और तब पता चला कि दुल्हन गायब हो चुकी थी। उसने गहने, नकदी और कपड़े लेकर फरार हो गई।
बकुल ने रेलवे स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराई। घटना से बकुल को गंभीर मानसिक और आर्थिक नुकसान हुआ। यह मामला न केवल शादी के नाम पर धोखाधड़ी की गंभीरता को दिखाता है, बल्कि यह बताता है कि कैसे दलाल लोगों को फंसाकर फायदा कमाते हैं।
शादी घोटाले की जांच
बकुल के वकील शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि दलालों ने पैसे वापस देने के बजाय उसे धमकाना शुरू कर दिया। उन्होंने बकुल को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। इसके बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने सुलोचनी यादव, उसके पिता और भाई, साथ ही दलाल महेंद्र चौधरी और कमल के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वे यह पता लगाने में जुटे हैं कि इस नेटवर्क से अब तक कितनी शादियां करवाई गई और कितने लोग इसमें शामिल हैं। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना है। पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में लोगों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके।