भारत की प्रीमियर टेबल टेनिस लीग अल्टीमेट टेबल टेनिस (UTT) सीजन 6 का ग्रैंड फिनाले रविवार को बेहद रोमांचक अंदाज़ में खेला गया, जिसमें यू मुंबा टीटी ने जयपुर पैट्रियट्स को 8-4 से हराकर अपने इतिहास का पहला यूटीटी खिताब जीत लिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: अल्टीमेट टेबल टेनिस (UTT) के छठे सीजन का समापन एक ऐतिहासिक मुकाबले के साथ हुआ, जहां यू मुंबा टेबल टेनिस (UMTT) ने अपनी ताकत, संयम और रणनीतिक चतुराई से जयपुर पैट्रियट्स को 8-4 से हराकर पहली बार यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया। यू मुंबा के लिए यह केवल एक जीत नहीं, बल्कि एक टीम के रूप में परिपक्वता और मेहनत का प्रतीक थी, जिसमें हर खिलाड़ी ने निर्णायक भूमिका निभाई।
शुरुआती बढ़त ने रखी जीत की नींव
फाइनल मुकाबले की शुरुआत लिलियन बार्डे और बर्नाडेट सॉक्स की व्यक्तिगत जीतों से हुई, जिसने यू मुंबा को शुरुआती 4 अंक दिलाए। लिलियन बार्डे ने पहले गेम में कनक झा से पिछड़ने के बाद दमदार वापसी की और 2-1 (4-11, 11-5, 11-7) से मैच जीतकर टीम को मनोवैज्ञानिक बढ़त दिलाई। वहीं, बर्नाडेट सॉक्स ने भारत की शीर्ष खिलाड़ी श्रीजा अकुला को हराकर सबको चौंका दिया। यह श्रीजा की इस सीजन की पहली हार थी और यू मुंबा के आत्मविश्वास को नए पंख लग गए।
फाइनल का सबसे बड़ा मोड़ मिक्स्ड डबल्स मुकाबले में आया, जब बर्नाडेट सॉक्स और आकाश पाल की जोड़ी ने जयपुर के जीत चंद्रा और ब्रिट एरलैंड की जोड़ी को सीधे सेटों में हराया। स्कोर रहा 3-0 (11-6, 11-5, 11-5), जो यू मुंबा की रणनीतिक एकता और तालमेल का उत्कृष्ट उदाहरण था। हर गेम में यह जोड़ी और अधिक आत्मविश्वासी नजर आई, और खासतौर पर दूसरे गेम में 5-5 की बराबरी से सीधे 11-5 तक पहुंचने ने जयपुर के मनोबल को झकझोर दिया।
अभिनंद पीबी ने दिलाई खिताबी जीत
जब जयपुर के जीत चंद्रा ने चौथे मुकाबले में यू मुंबा के युवा खिलाड़ी अभिनंद पीबी के खिलाफ शुरुआती दो गेम जीत लिए, तो ऐसा लगा जैसे जयपुर वापसी की राह पर है। लेकिन 17 वर्षीय अभिनंद ने अनुभव की कमी को जज्बे से पाटते हुए तीसरे गेम में 11-8 से जीत दर्ज की और यू मुंबा को 8-4 की अजेय बढ़त दिलाकर खिताबी जीत सुनिश्चित कर दी।
व्यक्तिगत पुरस्कारों की चमक
- इस यादगार फाइनल में व्यक्तिगत पुरस्कारों की भी झड़ी लगी।
- आकाश पाल को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए इंडियन प्लेयर ऑफ द फाइनल चुना गया।
- बर्नाडेट सॉक्स को शानदार खेल के लिए फॉरेन प्लेयर ऑफ द फाइनल का सम्मान मिला।
- वहीं, जयपुर के जीत चंद्रा को एक अविश्वसनीय रिटर्न शॉट के लिए "शॉट ऑफ द फाइनल" का खिताब दिया गया।
यू मुंबा की इस शानदार सफलता के पीछे कोच जॉन मर्फी और टीम डायरेक्टर जय मोडक की दूरदर्शी रणनीति का भी बड़ा हाथ रहा। पूरे सीजन में टीम की संरचना, खिलाड़ियों का रोटेशन और मैच के दौरान लिए गए निर्णय हर बार टीम के पक्ष में गए। सेमीफाइनल में यशस्विनी घोरपड़े के प्रदर्शन ने भी टीम की गहराई को उजागर किया, भले ही वे फाइनल में नहीं खेल सकीं।