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अलवर मिनी सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी, प्रशासन ने भवन खाली कर सुरक्षा बढ़ाई

अलवर मिनी सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी, प्रशासन ने भवन खाली कर सुरक्षा बढ़ाई

राजस्थान के अलवर में मिनी सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से भवन खाली करवा दिया। यह धमकी पिछले 6 महीनों में तीसरी बार मिली है। पुलिस सघन जांच में जुटी है।

अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में सोमवार को मिनी सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। धमकी भरी ईमेल जिला कलेक्टर की मेल आईडी पर भेजी गई थी। मेल में स्पष्ट रूप से लिखा गया कि 8 सितंबर को मिनी सचिवालय को बम से उड़ा दिया जाएगा।

मेल के मिलते ही प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया। सभी कर्मचारियों और उपस्थित लोगों को सचिवालय से सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की टीम मौके पर पहुंची और सचिवालय परिसर की सघन जांच शुरू कर दी। अधिकारियों ने परिसर को पूरी तरह से सील कर दिया और किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी।

6 महीने में तीसरी बार धमकी

अलवर मिनी सचिवालय को धमकी मिलने का यह मामला पिछले छह महीनों में तीसरी बार है। इससे पहले 15 अप्रैल और 14 मई को भी प्रशासन को धमकी भरी ईमेल मिली थी। हालांकि उन दोनों घटनाओं में किसी संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई थी और कोई वास्तविक हमला नहीं हुआ।

इस बार स्थिति और गंभीर मानी जा रही है क्योंकि धमकी में तारीख का जिक्र स्पष्ट किया गया है। प्रशासन ने इसे लेकर सुरक्षा बढ़ा दी है और सभी संवेदनशील क्षेत्रों पर निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन का कहना है कि धमकी की गंभीरता को देखते हुए सभी कर्मचारियों और आम लोगों को परिसर से दूर रखने का निर्णय लिया गया।

मुबीन साहून के नाम से धमकी आई

इस बार धमकी मुबीन साहून नामक ईमेल आईडी से भेजी गई। ADM बीना महावर ने बताया कि यह मेल जिले के अंदर से नहीं बल्कि बाहर से भेजी गई है। शुरुआती जांच में पता चला कि मेल चेन्नई के कोयंबटूर से भेजी गई थी।

मेल की भाषा और शैली से भी यह संकेत मिलता है कि यह किसी स्थानीय व्यक्ति द्वारा नहीं भेजी गई। प्रशासन ने कहा कि सभी डिजिटल फिंगरप्रिंट और सर्वर ट्रेस कर अपराधी की पहचान की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने पूरे सचिवालय परिसर की जांच शुरू कर दी है और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

अलवर मिनी सचिवालय के बाहर सुरक्षा बढ़ाई

धमकी मिलने के बाद अलवर मिनी सचिवालय के आस-पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने परिसर के चारों ओर बैरिकेडिंग लगाई और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ा दी। सभी कर्मचारियों और आगंतुकों को इमरजेंसी निकासी निर्देशों के तहत बाहर निकाला गया।

सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे परिसर में विस्फोटक की जांच शुरू कर दी है। साथ ही आसपास के इलाके और सड़क मार्गों पर भी पैट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे सचिवालय के आस-पास किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

साइबर और फोरेंसिक टीम ने धमकी भरे मेल की तकनीकी जांच शुरू की

पुलिस के साइबर सेल ने भी धमकी भरे मेल की जांच शुरू कर दी है। मेल के हेडर, आईपी एड्रेस और अन्य डिजिटल ट्रेस का अध्ययन किया जा रहा है। फोरेंसिक टीम मेल की असली लोकेशन और भेजने वाले की पहचान के प्रयास में जुटी है।

ADM बीना महावर ने कहा कि इस धमकी को गंभीरता से लिया जा रहा है और किसी भी प्रकार की चूक स्वीकार नहीं की जाएगी। सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही तकनीकी जांच के माध्यम से अपराधी को जल्द पकड़ने का प्रयास जारी है।

सरकारी कर्मचारियों और विभागों को अलर्ट

सभी सरकारी विभागों को भी अलर्ट किया गया है। कर्मचारियों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को देने के निर्देश दिए गए हैं। सचिवालय के अंदर काम करने वाले सभी अधिकारी फिलहाल घर से काम कर रहे हैं और इमरजेंसी सेवाओं के अलावा कोई कर्मचारी परिसर में नहीं है।

पुलिस का कहना है कि पिछले छह महीनों में लगातार धमकियों के मद्देनजर पूरे शहर में सुरक्षा का स्तर बढ़ा दिया गया है। अलवर प्रशासन ने आम नागरिकों को भी सचेत रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना तुरंत देने की सलाह दी है।

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