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Apple की बिक्री ने भारत में बनाया नया रिकॉर्ड, 2025-26 में ₹75,000 करोड़ का बेचा सामान, जानें कारण

Apple की बिक्री ने भारत में बनाया नया रिकॉर्ड, 2025-26 में ₹75,000 करोड़ का बेचा सामान, जानें कारण

वित्त वर्ष 2024-25 में Apple की भारत में बिक्री रिकॉर्ड 9 अरब डॉलर (करीब ₹75,000 करोड़) तक पहुंच गई। iPhone की मांग सबसे अधिक रही, वहीं MacBook की बिक्री में भी उछाल आया। कंपनी भारत में रिटेल नेटवर्क और स्थानीय उत्पादन बढ़ा रही है, जिससे चीन पर निर्भरता कम हो रही है और भारत तेज़ी से बढ़ते बाजारों में शामिल हो रहा है। 

नई दिल्ली: Apple ने वित्त वर्ष 2024-25 में भारत में रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की, जो 9 अरब डॉलर (करीब ₹75,000 करोड़) तक पहुंच गई। iPhone की बिक्री सबसे अधिक रही, जबकि MacBook की मांग में भी उछाल देखा गया। भारत में बढ़ती मांग और स्थानीय उत्पादन को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने नए रिटेल स्टोर खोले और पांच फैक्ट्रियों के ज़रिए उत्पादन बढ़ाया। यह कदम चीन पर निर्भरता कम करने और भारत को प्रमुख बाजार बनाने की रणनीति का हिस्सा है।

iPhone और MacBook की मांग

रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा बिक्री iPhone की रही। इसके अलावा MacBook और अन्य Apple डिवाइस की मांग में भी अच्छी बढ़ोतरी देखी गई। यह तेजी ऐसे समय में आई है जब वैश्विक स्तर पर मोबाइल और कंप्यूटर डिवाइस की बिक्री धीमी हो रही है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत Apple के लिए एक महत्वपूर्ण विकासशील बाजार बनता जा रहा है।

भारत में Apple का विस्तार

Apple ने भारत में अपने रिटेल नेटवर्क को तेजी से बढ़ाया है। मार्च 2025 तक कंपनी ने बैंगलोर और पुणे में दो नए स्टोर खोले हैं। इसके अलावा नोएडा और मुंबई में भी जल्द स्टोर खुलने की योजना है। साल 2023 में Apple ने भारत को अलग सेल्स रीजन के रूप में शामिल किया। यह कदम कंपनी की रणनीति को दर्शाता है कि वह भारत को भविष्य का बड़ा बाजार मानती है।

भारतीय बाजार में iPhone की कीमत

भारत में iPhone की कीमतें अमेरिकी बाजार की तुलना में थोड़ी ज्यादा हैं। उदाहरण के लिए, iPhone 16 की शुरुआती कीमत 79,900 रुपये रखी गई है, जबकि अमेरिका में इसका मूल्य 799 डॉलर (करीब ₹70,000) है। बिक्री बढ़ाने के लिए कंपनी ने स्टूडेंट डिस्काउंट, ट्रेड-इन ऑफर और बैंक ऑफर्स जैसी योजनाएं शुरू की हैं। इन उपायों से ग्राहकों को खरीदने में आसानी हुई और बिक्री को बढ़ावा मिला।

उत्पादन और मैन्युफैक्चरिंग

Apple ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हर पांच में से एक iPhone अब भारत में ही बन रहा है। कंपनी के पास पांच उत्पादन यूनिट्स हैं, जिनमें हाल ही में दो नई फैक्ट्रियां शुरू हुई हैं। इस रणनीति का उद्देश्य चीन पर निर्भरता कम करना और भारतीय बाजार की मांग को पूरी करना है।

वैश्विक बाजार और भारत की भूमिका

Apple के सीईओ टिम कुक बार-बार यह कहते रहे हैं कि भारत कंपनी के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में शामिल है। चीन में कंज्यूमर खर्च में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए भारत की भूमिका और अहम हो गई है। भारत में बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग से न केवल Apple की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

स्टोर और रिटेल नेटवर्क

स्थानीय सोर्सिंग नियमों के कारण Apple लंबे समय तक भारत में स्टोर नहीं खोल पाया था। 2020 में ऑनलाइन स्टोर की शुरुआत की गई और 2023 में मुंबई और दिल्ली में पहले दो ऑफलाइन स्टोर खोले गए। इसके बाद कंपनी ने प्रीमियम रिसेलर्स के माध्यम से अपने उत्पादों की पहुंच बढ़ाई। यह कदम ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और बिक्री को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया।

वर्तमान में Apple की भारतीय स्मार्टफोन बाजार में हिस्सेदारी लगभग 7 प्रतिशत है। हालांकि यह संख्या वैश्विक स्तर पर कम हो सकती है, लेकिन भारत में कंपनी लगातार अपने ब्रांड और उत्पादों की लोकप्रियता बढ़ा रही है। iPhone को भारत में स्टेटस सिंबल माना जाता है, जिससे प्रीमियम डिवाइस की मांग स्थिर बनी रहती है।

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