अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली की पार्टी ने मध्यावधि चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। विपक्षी पेरोनिज्म कमजोर पड़ा। माइली के पास अब संसद में सुधार एजेंडा लागू करने की पर्याप्त शक्ति है।
Argentina Election 2025: अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली की पार्टी ‘ला लिबर्टाड अवांज़ा’ ने देश के मध्यावधि चुनावों में निर्णायक जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही राष्ट्रपति माइली की कठोर मुक्त बाजार (free market) नीतियों और आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने की क्षमता मजबूत हुई है। उन्होंने इस जीत को देश के लिए "महत्वपूर्ण मोड़" बताया और राज्य के आकार को कम करने तथा अर्थव्यवस्था को नियंत्रणमुक्त करने के अपने एजेंडे को पूरा करने का संकल्प जताया।
कांग्रेस में सीटों की बढ़त
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माइली की पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर 40 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए। विपक्षी गठबंधन पेरोनिज्म को केवल 31 प्रतिशत वोट मिले, जो पिछले वर्षों की तुलना में इसका सबसे कमजोर प्रदर्शन है। इस जीत के बाद माइली की पार्टी की संसद के निचले सदन में सीटें 37 से बढ़कर 101 हो गई हैं। वहीं, उच्च सदन सीनेट में भी पार्टी के सदस्यों की संख्या में 14 का इजाफा हुआ है, जिससे कुल सदस्य अब 20 हो गए हैं।
ट्रंप का मिला सहयोग

माइली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रमुख वैचारिक सहयोगी माने जाते हैं। इस चुनाव में उनके लिए बहुत कुछ दांव पर था क्योंकि अमेरिका ने अर्जेंटीना में आर्थिक सुधारों और मुक्त बाजार नीतियों को समर्थन देने का इशारा किया था। अमेरिकी वित्तीय मदद के तहत अरबों डॉलर की सहायता अर्जेंटीना को मिलने की संभावना थी। माइली की हार की स्थिति में यह सहायता रोक दी जा सकती थी।
माइली का सुधार एजेंडा
राष्ट्रपति माइली ने दशकों के बजट घाटे और संरक्षणवाद (protectionism) के बाद सरकारी खर्च में कटौती की है और अर्थव्यवस्था को उदार बनाया है। उनका लक्ष्य राज्य के हस्तक्षेप को कम करना और निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता के समर्थन और विश्वास का प्रमाण है और अब सुधारों को गति देने का समय आ गया है।
माइली का विजय भाषण
विजय रैली के दौरान माइली ने समर्थकों से कहा कि अर्जेंटीना ने पतन को पीछे छोड़ दिया और प्रगति का मार्ग चुना है। उन्होंने जनता को धन्यवाद दिया और स्वतंत्रतावादी विचारों का समर्थन करने वालों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि संसद में अब उनकी पार्टी के पास सुधारों के लिए पर्याप्त शक्ति है, जिससे कानून और नीतियों के माध्यम से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।













