बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने दिल्ली से सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू की है, जो 10 दिन तक चलेगी और दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश से होकर वृंदावन पहुंचेगी। यात्रा का उद्देश्य हिंदू समाज में एकता स्थापित करना, जातिवाद का उन्मूलन करना और हिंदू राष्ट्र की स्थापना की दिशा में जागरूकता फैलाना है। हजारों साधु-संत और वीआईपी इसमें शामिल होंगे।
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने दिल्ली से सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू की है, जो 7 नवंबर से 16 नवंबर तक चलेगी। यह यात्रा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के रास्तों से गुजरते हुए वृंदावन के श्री बांके बिहारी जी मंदिर तक जाएगी। हजारों साधु-संत और विशेष मेहमान यात्रा में शामिल हैं। पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज में एकता और जागरूकता फैलाना, जातिवाद का उन्मूलन करना और हिंदू राष्ट्र की स्थापना के संदेश को आगे बढ़ाना है।
पदयात्रा का उद्देश्य और शुरुआत
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने दिल्ली से दूसरी बार सनातन हिंदू एकता पदयात्रा शुरू की है। यह यात्रा दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश होते हुए वृंदावन तक जाएगी। यात्रा का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज में एकता स्थापित करना, जातिवाद का उन्मूलन करना और हिंदू राष्ट्र की स्थापना की ओर लोगों को जागरूक करना है। बाबा शास्त्री ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी धर्म या राजनीतिक विरोध के खिलाफ नहीं, बल्कि हिंदुओं के समर्थन और जागरूकता के लिए है।

यात्रा की रूपरेखा और प्रमुख पड़ाव
पदयात्रा 10 दिन चलेगी और प्रतिदिन लगभग 15 किलोमीटर का मार्ग तय करेगी। पहले दिन 7 नवंबर को छतरपुर मंदिर से दिल्ली के जीरखोद मंदिर तक यात्रा हुई। इसके बाद के प्रमुख पड़ावों में फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल और कोसी मंडी शामिल हैं। अंतिम दिन 16 नवंबर को यात्रा वृंदावन के श्री बांके बिहारी जी मंदिर पर समाप्त होगी। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
साधु-संत और वीआईपी सहभागिता
इस यात्रा में देशभर के हजारों साधु-संत शामिल होंगे। प्रमुख संतों में जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज, जया किशोरी, योगेश्वर बालक दास और महंत राजू दास शामिल हैं। साथ ही बॉलीवुड और राजनीतिक हस्तियों जैसे संजय दत्त, द ग्रेट खली, अक्षरा सिंह, मनोज तिवारी, राजपाल यादव और सुनील ग्रोवर भी यात्रा में उपस्थित होंगे।
संकल्प और संदेश
बागेश्वर सरकार ने पदयात्रा के 7 संकल्प गिनाए हैं, जिनमें समाज में समरसता, भारत को गौरवशाली हिंदू राष्ट्र बनाना, ब्रजधाम में मांस और मदिरा मुक्त क्षेत्र सुनिश्चित करना, गौ माता का सम्मान, वृंदावन के प्राचीन मंदिरों का संरक्षण और श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण शामिल हैं। बाबा शास्त्री का कहना है कि यह यात्रा हिंदुओं के बीच एकता और जागरूकता लाने के लिए वैचारिक क्रांति का हिस्सा है।













