बेंगलुरु के हेब्बल फ्लाईओवर निरीक्षण के लिए स्कूटर पर पहुंचे कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार। स्कूटर पर 34 ट्रैफिक उल्लंघन और ₹18,500 का जुर्माना होने पर उठे सवाल। विवाद गहराया।
Bengaluru: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार हाल ही में बेंगलुरु के हेब्बल फ्लाईओवर पर चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान वह एक दोपहिया वाहन पर बैठकर स्थल पर पहुंचे। यह दौरा जनता से सीधे जुड़ाव और कार्य की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के इरादे से किया गया था। लेकिन यह पहल तब विवादों में बदल गई जब यह पता चला कि जिस स्कूटर पर वह सवार थे, उस पर 34 लंबित ट्रैफिक उल्लंघन और कुल 18,500 रुपये का बकाया जुर्माना दर्ज था।
स्कूटर पर सवार होकर निरीक्षण
5 अगस्त को डीके शिवकुमार ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह शॉल ओढ़े, धूप का चश्मा लगाए और आधा हेलमेट पहने एक स्कूटर की पिछली सीट पर बैठे नज़र आ रहे थे। वीडियो में उन्होंने बताया कि हेब्बल फ्लाईओवर लूप का काम जल्द पूरा होने वाला है और इससे शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने इसे बेंगलुरु को बेहतर बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता बताया।
केएसपी ऐप पर खुलासा, स्कूटर पर दर्ज हैं 34 ट्रैफिक उल्लंघन
वीडियो के वायरल होने के कुछ ही समय बाद, सोशल मीडिया यूज़र्स और विपक्षी पार्टियों ने स्कूटर की जानकारी की जांच की। Karnataka State Police (KSP) ऐप के माध्यम से सामने आया कि जिस स्कूटर पर शिवकुमार सवार थे, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर KA04 JZ2087 है और उस पर कुल 34 ट्रैफिक उल्लंघन दर्ज हैं। इन उल्लंघनों में ज्यादातर सिग्नल जंप करना, ओवर स्पीडिंग और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी शामिल है। जुर्माने की कुल राशि 18,500 रुपये निकली।
विपक्ष ने साधा निशाना, BJP और JDS दोनों ने उठाए सवाल
भाजपा ने तुरंत ही इस मुद्दे को लपक लिया और सोशल मीडिया पर शिवकुमार की स्कूटर यात्रा की तस्वीरें साझा करते हुए ट्रैफिक उल्लंघन की जानकारी को उजागर किया। भाजपा प्रवक्ताओं ने यह सवाल उठाया कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी लापरवाही शोभा नहीं देती। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि क्या सरकार खुद नियमों का पालन नहीं करेगी। भाजपा ने यह भी बताया कि इसी यात्रा के दौरान एक और चालान जुड़ गया, जिसमें आधा हेलमेट पहनने के लिए 500 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना जोड़ा गया।
जेडी(एस) ने भी ट्विटर पर तीखी प्रतिक्रिया दी और पूछा कि क्या एक राज्य का उपमुख्यमंत्री इतनी भारी ट्रैफिक उल्लंघन राशि वाली गाड़ी पर सवारी करके नियमों का सम्मान कर रहे हैं। उन्होंने इसे जनता के लिए गलत संदेश बताया और जवाबदेही की मांग की।
स्कूटर मालिक ने जुर्माना चुकाया, लेकिन सवाल बाकी
विवाद बढ़ने के बाद स्कूटर के मालिक ने तुरंत पुलिस स्टेशन जाकर बकाया सभी जुर्माने की राशि जमा कर दी। हालांकि, इस पूरी घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या नेताओं को सार्वजनिक जीवन में अधिक सतर्क और जिम्मेदार नहीं होना चाहिए। ट्रैफिक नियम आम जनता के लिए जितने अनिवार्य हैं, उतने ही शासन में बैठे लोगों के लिए भी होने चाहिए।