नई दिल्ली में भारत-वेस्टइंडीज टेस्ट में वीरेंद्र सहवाग की आक्रामक बल्लेबाजी ने मैच को रोमांचक बनाया। विवियन रिचर्ड्स और ब्रायन लारा ने वेस्टइंडीज क्रिकेट को बचाने और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने का संदेश दिया।
Sports News: नई दिल्ली में अरुण जेटली स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स और ब्रायन लारा मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने न केवल मुकाबले का आनंद लिया बल्कि कैरेबियाई क्रिकेट को पुनर्जीवित करने और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने की दिशा में अपने विचार साझा किए।
सहवाग ने टेस्ट को दिया नया जीवन
विवियन रिचर्ड्स ने भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि सहवाग उनके बराबर थे और उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी करके टेस्ट क्रिकेट को नया जीवन दिया। रिचर्ड्स के मुताबिक, सहवाग की शैली ने दर्शकों को टेस्ट मैचों के प्रति आकर्षित किया और इसे रोमांचक बनाया।
स्टेडियम में बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे, जिससे रिचर्ड्स काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि इतने लोग टेस्ट मैच देखने आए, यह खेल के लिए एक सकारात्मक संकेत है। उनकी नजर में आक्रामक बल्लेबाजी ने केवल मैच का रोमांच बढ़ाया नहीं बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी सीख दी कि कैसे टेस्ट क्रिकेट में खेल की गति बनाए रखी जा सकती है।
ब्रायन लारा ने दिखाया जुनून
महान बल्लेबाज ब्रायन लारा भी नई दिल्ली में मैच देखने पहुंचे। मैच के दौरान उनके चेहरे पर भारत की टीम द्वारा वेस्टइंडीज पर शिकंजा कसने के बाद निराशा साफ देखी जा सकती थी। लेकिन लारा ने दूसरे दिन खेल खत्म होने के बाद मेहमान टीम के ड्रेसिंग रूम का दौरा किया। उन्होंने कोच डैरेन सैमी, कप्तान रोस्टन चेज और कुछ खिलाड़ियों से अलग-अलग बातचीत की।
सूत्रों के अनुसार, लारा लगभग 20 मिनट तक ड्रेसिंग रूम में रहे और मुख्य रूप से वेस्टइंडीज क्रिकेट की वर्तमान स्थिति और भविष्य के रास्तों पर चर्चा की। उनकी बातचीत का मकसद खिलाड़ियों को प्रेरित करना और टीम की समस्याओं को समझना था।
वेस्टइंडीज क्रिकेट को जिंदा रखने का मिशन
ब्रायन लारा और विवियन रिचर्ड्स मिशन इंडिया अभियान के तहत भारत आए हैं। इस अभियान का उद्देश्य वेस्टइंडीज क्रिकेट को आर्थिक और खेल के स्तर पर सहारा देना है। लारा का मानना है कि आर्थिक तंगी के कारण वेस्टइंडीज की टीम को टेस्ट क्रिकेट में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा है कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद अगर खिलाड़ियों के दिल में जुनून हो, तो वे अपने लिए रास्ता निकाल ही लेते हैं। लारा ने खिलाड़ियों से पूछा कि क्या उनके दिल में क्रिकेट के लिए वही जुनून है और क्या वे वेस्टइंडीज के लिए खेलना चाहते हैं।