विक्रांत मैसी ने टीवी से फिल्मों तक के अपने सफर और संघर्ष के अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में डायरेक्टर्स ने टीवी अभिनेता होने के कारण उनकी फिल्मों पर शक जताया था। 12th फेल जैसी फिल्मों और नेशनल अवॉर्ड से उन्होंने अपनी पहचान बनाई, जबकि शुरुआती चुनौतियों और पैसों की तंगी के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।
Vikrant Massey Career Journey: विक्रांत मैसी ने टीवी से शुरू होकर फिल्म और वेब सीरीज में अपनी अलग पहचान बनाई है। नई दिल्ली में हाल ही में एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने साझा किया कि शुरुआती दौर में डायरेक्टर्स ने कहा था, तू टीवी एक्टर है, तेरी पिक्चर देखने कौन आएगा। उन्होंने 2004 में छोटे रोल्स से करियर शुरू किया और अपने संघर्ष, पैसों की तंगी और परिवार की जिम्मेदारियों के बावजूद नेशनल अवॉर्ड विजेता बनकर साबित किया कि मेहनत और धैर्य से सफलता हासिल की जा सकती है।
टीवी से फिल्म इंडस्ट्री तक का सफर
विक्रांत मैसी ने टीवी से अपने करियर की शुरुआत की और अब फिल्मों और वेब सीरीज में पहचान बना ली है। उन्हें फिल्म 12th फेल के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है। उन्होंने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि शुरुआती दौर में डायरेक्टर ने उनसे कहा था, तू तो टीवी एक्टर है, तेरी पिक्चर देखने कौन आएगा।
संघर्ष और शुरुआती चुनौतियां
विक्रांत ने अपने स्ट्रगल को साझा करते हुए कहा कि 2004 में छोटे रोल्स से शुरुआत की थी और शुरुआती दौर में पैसों और सपोर्ट की कमी रहती थी। उन्होंने बताया कि टीवी के एक्टर्स के लिए फिल्मों में जगह बनाना आसान नहीं होता, और अक्सर हीरो के दोस्त जैसे किरदार तक सीमित माना जाता है।
परिवार और आत्म-निर्भरता का महत्व
विक्रांत ने यह भी कहा कि संघर्ष के समय एक अभिनेता को खुद को, अपनी पढ़ाई और परिवार को सपोर्ट करना होता है। उन्होंने स्वीकार किया कि शुरुआती चुनौतियां थीं, लेकिन पछतावा नहीं है। उन्होंने बताया कि इंटरनल स्ट्रगल आज भी जारी है और उनके पास कई कहानियां बाकी हैं।
विक्रांत मैसी का अनुभव दिखाता है कि मेहनत, धैर्य और आत्म-निर्भरता से टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में नाम बनाया जा सकता है। उनके संघर्ष की कहानी नए कलाकारों के लिए प्रेरणा बन सकती है।