भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भले ही भारतीय टीम फिलहाल 1-2 से पीछे चल रही हो, लेकिन उसके प्रदर्शन ने क्रिकेट प्रेमियों को प्रभावित किया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारतीय बल्लेबाजों ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए टेस्ट क्रिकेट में एक ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। पहली बार किसी टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने 400 से अधिक बाउंड्रीज (चौके और छक्के) लगाकर एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। भले ही भारत सीरीज में 1-2 से पीछे है, लेकिन टीम इंडिया ने अपने दमदार प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों और आलोचकों दोनों का ध्यान आकर्षित किया है।
भारतीय बल्लेबाजों ने दिखाया दम, सीरीज में जड़े 416 बाउंड्रीज
इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने 23 बाउंड्रीज लगाईं, जिससे पूरी श्रृंखला में बाउंड्रीज की संख्या बढ़कर 416 हो गई। यह आंकड़ा भारत के टेस्ट इतिहास में अब तक का सर्वाधिक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड साल 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ ही बनाए गए 384 बाउंड्रीज का था।टेस्ट क्रिकेट के लंबे और धैर्यशील प्रारूप में इस तरह का आक्रामक बल्लेबाजी प्रदर्शन यह दर्शाता है कि भारत की बल्लेबाजी अब सिर्फ टिके रहने पर नहीं, बल्कि मौके पर प्रहार करने की रणनीति पर भी केंद्रित हो चुकी है।
शतकवीरों की फौज: छह भारतीय बल्लेबाजों ने लगाए शतक
भारतीय बल्लेबाजी की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सीरीज में अब तक 6 बल्लेबाज शतक जड़ चुके हैं। ये हैं:
- शुभमन गिल
- केएल राहुल
- ऋषभ पंत
- यशस्वी जायसवाल
- रवींद्र जडेजा
- वॉशिंगटन सुंदर
ये सभी खिलाड़ी न केवल रन बना रहे हैं, बल्कि तेजी से बना रहे हैं, जिससे बाउंड्रीज की संख्या भी बढ़ रही है। इस प्रदर्शन ने भारत की बैटिंग लाइनअप को क्रिकेट की दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में गिनाने की दावेदारी और मजबूत की है।
शुभमन गिल: सीरीज के सुपरस्टार
इस टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने हैं शुभमन गिल, जिन्होंने अब तक 743 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने चार शतक लगाए हैं और हर पारी में क्लास और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण दिखाया है। उनके बाद केएल राहुल का नाम आता है, जिन्होंने 525 रन बनाए और दो शतक जड़े हैं। इन दोनों बल्लेबाजों ने टॉप ऑर्डर में टीम को मजबूत शुरुआत देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- शुभमन गिल-743 रन
- केएल राहुल-525 रन
- ऋषभ पंत-479 रन
- रवींद्र जडेजा-463 रन
- यशस्वी जायसवाल-293 रन
- वॉशिंगटन सुंदर-224 रन
इन सभी खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय टेस्ट टीम अब केवल स्पिन या होम कंडीशन की टीम नहीं रही, बल्कि विदेशी जमीन पर भी जीत के लिए चुनौती पेश करने में सक्षम है।
61 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
भारत ने यह ऐतिहासिक कीर्तिमान 61 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर हासिल किया है। 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ ही एक सीरीज में भारत ने 384 बाउंड्रीज लगाई थीं। उस दौर में खेल की गति धीमी हुआ करती थी, लेकिन आज के आधुनिक क्रिकेट में जहां फिटनेस, रणनीति और आक्रामकता का संयोजन देखने को मिलता है, यह रिकॉर्ड भारत की बल्लेबाजी के विकास को दर्शाता है। इसके अलावा 1979 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने 361 बाउंड्रीज लगाई थीं, लेकिन उस आंकड़े के पूर्ण रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हैं।