बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक और पार्टी के साथ गठबंधन किया है और इस गठबंधन का नाम भी तय कर दिया है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व विधायक तेज प्रताप यादव ने एक नया गठबंधन बनाकर चुनावी रणनीति को नया मोड़ दिया है। तेज प्रताप यादव ने छह राजनीतिक दलों के साथ मिलकर एक नया मोर्चा तैयार किया है, जिसका नाम उन्होंने “बिहार गठबंधन” रखा है। इस गठबंधन का उद्देश्य बेरोजगारी, पलायन, सूखा और बाढ़ जैसी समस्याओं को चुनावी मुद्दा बनाना है।
तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार की शाम इस गठबंधन की घोषणा की। राष्ट्रवादी जन लोक पार्टी सत्य के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यपाल सिंह सिसोदिया की अध्यक्षता में इस गठबंधन का गठन किया गया। इसमें विकासशील वंचित इंसान पार्टी, भोजपुरिया जन मोर्चा, प्रगतिशील जनता पार्टी, वाजीब अधिकार पार्टी, संयुक्त किसान विकास पार्टी और राष्ट्रवादी जन लोक पार्टी शामिल हैं।
सत्यपाल सिंह सिसोदिया ने कहा, “तेज प्रताप यादव ने एक नया राजनीतिक प्रारूप तैयार किया है। ‘बिहार गठबंधन’ बिहार की जमीनी समस्याओं को लेकर चुनाव में मजबूती से मैदान में उतरेगा।” उनके साथ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनमोहन सिंह और कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
तेज प्रताप का बेरोजगारी पर विशेष फोकस
तेज प्रताप यादव ने इस गठबंधन को केवल राजनीतिक ताकत बढ़ाने का प्रयास नहीं बताया, बल्कि इसे सामाजिक मुद्दों से जोड़ा है। उन्होंने कहा, हमारा मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है। बिहार में पलायन बड़ी समस्या बन चुकी है। एक तरफ सूखा है तो दूसरी तरफ बाढ़ की स्थिति। ऐसे में हमें धरातल पर काम करना होगा। हेलीकॉप्टर से घूमकर राजनीति नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर लोगों की समस्याओं का समाधान करना हमारी प्राथमिकता होगी।
तेज प्रताप ने आगे कहा कि उनका गठबंधन पूरे बिहार में फैलेगा और वह जनता के बीच जाकर समस्याओं को समझेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में उन्होंने वोटर अधिकार यात्रा भी शुरू की थी, जिसे उन्होंने व्यक्तिगत अभियान बताया।
तेज प्रताप की राजनीतिक पृष्ठभूमि और लक्ष्य
तेज प्रताप यादव फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से निष्कासित हैं, लेकिन अपने नए अभियान “टीम तेज प्रताप” को मजबूत बनाने में लगे हैं। उन्होंने पहले ही 5 अगस्त 2025 को पाँच छोटे दलों के साथ गठबंधन कर राजनीतिक ताकत बढ़ाई थी। अब राष्ट्रवादी जन लोक पार्टी सत्य के जुड़ने से यह गठबंधन और मजबूत हुआ है।
तेज प्रताप का कहना है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी मुख्य मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेगी। उनका उद्देश्य बिहार की युवाओं के लिए रोजगार, पलायन रोकना और बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करना है। तेज प्रताप का यह नया गठबंधन उन नेताओं के लिए उदाहरण बन सकता है जो मुद्दों पर आधारित राजनीति करना चाहते हैं। उनका कहना है कि राजनीति का लक्ष्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं बल्कि समाज की समस्याओं का समाधान करना है।