बिहार विधानसभा चुनाव में कई उम्मीदवारों ने सीट बंटवारे से पहले नामांकन का ऐलान कर दिया। कहलगांव में महागठबंधन के भीतर महासमर जैसी स्थिति बन गई। मोकामा, साहेबपुर कमाल, परबत्ता और अन्य सीटों पर भी प्रत्याशी सक्रिय हैं।
पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के मद्देनज़र राजनीतिक दलों में गहमागहमी बढ़ गई है। एनडीए (NDA) और महागठबंधन (Grand Alliance) के बीच सीटों के बंटवारे (Seat Sharing) को लेकर खींचतान जारी है। कई संभावित उम्मीदवारों ने आधिकारिक घोषणा से पहले ही नामांकन (Nomination) का ऐलान कर दिया है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गरमा गया है। खासकर कहलगांव में महागठबंधन के भीतर महासमर (Internal Clash) जैसी स्थिति बन गई है, जहां कांग्रेस और राजद दोनों के प्रत्याशियों ने पोस्टर जारी कर अपनी दावेदारी जताई है।
सीटों के बंटवारे को लेकर उलझी स्थिति
बिहार में सीटों के आधिकारिक बंटवारे को लेकर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। पार्टियों ने अंदरखाने संभावित प्रत्याशियों को संकेत जरूर दे दिए हैं, लेकिन इसके बावजूद कई दावेदार केवल संभावनाओं पर ही मैदान में उतर गए हैं। उनके द्वारा जारी पोस्टर और सोशल मीडिया के माध्यम से नामांकन की तारीख की घोषणा की जा रही है। पार्टियां इन्हें अपने हिस्से की सीट मान रही हैं, जबकि आधिकारिक प्रक्रिया अभी बाकी है।
कहलगांव के अलावा मोकामा, साहेबपुर कमाल, परबत्ता, घोसी, मांझी, विभूतिपुर और तारापुर से भी कई प्रत्याशियों ने नामांकन का ऐलान कर दिया है। इन सीटों पर चुनावी गतिविधियों ने राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है।
एनडीए और जदयू के प्रत्याशी
जदयू ने अभी आधिकारिक रूप से अनंत सिंह को मोकामा से प्रत्याशी नहीं बनाया है, लेकिन 14 अक्टूबर को नामांकन की घोषणा इंटरनेट मीडिया के माध्यम से की गई। परबत्ता से डॉ. संजीव सिंह, जिन्होंने हाल ही में जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुए हैं, 14 अक्टूबर को पर्चा भरेंगे। साहेबपुर कमाल से सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव भी इसी दिन नामांकन की घोषणा कर रहे हैं।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (Central Election Committee) की बैठक से पहले पर्यटन मंत्री राजू सिंह ने अपनी साहेबगंज सीट के लिए नामांकन का ऐलान कर दिया। वे पिछली बार वीआइपी (VIP) के टिकट पर विजयी रहे थे और इस बार भी सक्रिय हैं।
वाम दलों और वीआईपी के उम्मीदवार
मांझी से सत्येंद्र यादव 14 अक्टूबर को, विभूतिपुर से अजय कुमार 16 अक्टूबर को नामांकन करेंगे। घोसी के माले विधायक रामबली सिंह यादव भी इसी दिन पर्चा भरेंगे। इन सीटों पर पिछले चुनाव में विजयी रहे उम्मीदवार फिर मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
तारापुर से विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सकलदेवबिंद 14 अक्टूबर को पर्चा भरने के लिए अड़े हुए हैं। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के भाई रोहित चौधरी भी दांव आजमाने की घोषणा कर चुके हैं। इस सीट को लेकर अंदरखाने संशय और विवाद चरम पर है।
कहलगांव में महागठबंधन के भीतर महासमर
कहलगांव में महागठबंधन की स्थिति सबसे जटिल नजर आ रही है। कांग्रेस और राजद के संभावित उम्मीदवारों ने अपने पोस्टर जारी कर दावेदारी जताई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह इस सीट से नौ बार विधायक चुने जा चुके हैं। पिछली बार उनके पुत्र शुभानंद मुकेश को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था, जो भाजपा से हार गए थे।
इस बार कांग्रेस की ओर से प्रवीण कुशवाहा 17 अक्टूबर को नामांकन करेंगे, जबकि राजद के रजनीश भी अपनी दावेदारी के लिए पर्चा भरने वाले हैं। यह स्थिति स्पष्ट करती है कि सीट बंटवारे से पहले ही महासमर जैसी स्थिति बन चुकी है।