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Bihar Politics: जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर कसा तंज, घटक दलों में सीट शेयरिंग को लेकर दी चेतावनी

Bihar Politics: जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर कसा तंज, घटक दलों में सीट शेयरिंग को लेकर दी चेतावनी

बिहार की राजनीति में सीट शेयरिंग और गठबंधन समीकरण हमेशा चर्चा में रहते हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर तंज भरे बयान दिए हैं, जो अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर सकते हैं।

पटना: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर चिराग पासवान पर तंज कसा है। शनिवार को जेपी नड्डा के बिहार दौरे के दौरान बोलते हुए उन्होंने ऐसा बयान दिया, जो साफ तौर पर चिराग पासवान पर निशाने की तरह लगता है। इससे पहले भी मांझी कई मौकों पर चिराग पासवान को लेकर अपने विचार रख चुके हैं और अब उनके इस बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।

जीतन राम मांझी का बयान: 'घटक दलों में कोई खींचतान नहीं'

शनिवार को गयाजी में मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा कि गठबंधन दलों के बीच टिकट को लेकर कोई खींचतान नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनावी चर्चाओं में केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका पर जोर है। उन्होंने कहा, दोनों जिसको जितनी सीट कह देंगे, उसी पर सब लोग लड़ेंगे। अगर इसके विरुद्ध किसी को ताकत आजमानी है, तो आजमा लें, उसमें छूट है उनको।

यह बयान उस समय आया जब राजनीतिक विश्लेषक इसे चिराग पासवान के लिए एक अप्रत्यक्ष चेतावनी के रूप में देख रहे हैं। इससे पहले भी मांझी ने चिराग पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “चिराग पासवान को जो सीट मिलेगी, वह स्वीकार करेंगे। उन्होंने 2020 के चुनाव में अपना हाल देख लिया है।

जेपी नड्डा के बिहार दौरे पर मांझी की प्रतिक्रिया

मीडिया से बातचीत में मांझी ने यह भी कहा कि जेपी नड्डा का बिहार दौरा स्वाभाविक है, और इसके दौरान राजनीतिक और चुनावी चर्चाएं होना तय था। उन्होंने कहा, चुनाव की तिथि नजदीक है, इसलिए सीट शेयरिंग की बात भी होगी। अगर एनडीए से बातचीत करनी होगी तो हम अपनी बात रखेंगे। घटक दलों के बीच टिकट को लेकर कोई खींचतान नहीं है।

मांझी का यह स्पष्ट संदेश है कि गठबंधन में अनुशासन और नेतृत्व के निर्देश सर्वोपरि होंगे, और जो भी इसके खिलाफ जाएगा, उसे राजनीतिक परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

तेजस्वी यादव पर भी मांझी ने साधा निशाना

जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को पश्चाताप यात्रा निकालनी चाहिए, क्योंकि उनके पूर्वजों द्वारा किए गए कर्मों का परिणाम आज भी आम जनता झेल रही है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने ओबीसी समुदाय को जमीन दी, लेकिन अधिकांश कब्जे तेजस्वी यादव के समर्थकों के हाथ में हैं।

मांझी ने कहा, विधि व्यवस्था पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। जब चोरी और अपहरण होता था, तो समझौता कराते थे। आज कोई जातीय दंगा या धार्मिक उन्माद हुआ है क्या? नहीं। जिसे दिन में नहीं दिखता, वही पक्षी हैं। शायद वही पक्षी हैं वो। इस बयान से साफ है कि मांझी न केवल अपने गठबंधन की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं, बल्कि विपक्ष और अन्य दलों पर भी कटाक्ष कर रहे हैं।

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