बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच बीजेपी सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। कंगना ने विपक्ष के विरोध प्रदर्शन को गैरजिम्मेदाराना करार देते हुए कहा कि ये पार्टियां सिर्फ हंगामा कर रही हैं और लोकतंत्र का मजाक उड़ा रही हैं।
विपक्ष कर रहा लोकतंत्र का अपमान
हिमाचल प्रदेश के मंडी से विधायक रहीं और अब दिल्ली से सांसद बनी कंगना रनौत ने संसद में चल रहे गतिरोध पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह सिर्फ वेल में जाकर शोर मचाने का काम कर रहा है।
कंगना ने सवाल उठाया कि क्या रोजाना संसद की कार्यवाही रोकना ही अब लोकतंत्र बन गया है? उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाना और संविधान के मूल्यों का गला घोंटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जनता से अपील की कि वो सच्चाई को समझे और ऐसे गैरजिम्मेदार रवैये को नज़रअंदाज न करे।
क्या है SIR प्रक्रिया और क्यों मचा है बवाल
बिहार में वर्ष 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए 'स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन' (SIR) प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया की शुरुआत 24 जून 2025 को की गई है। इसके तहत मतदाता सूची से डुप्लिकेट, मृत और स्थानांतरित नाम हटाए जाएंगे और नए योग्य मतदाताओं को जोड़ा जाएगा।
आयोग के अनुसार, 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की जाएगी जबकि अंतिम सूची 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित होगी। इसका मकसद निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना है।
विपक्ष का आरोप
इस वेरिफिकेशन प्रक्रिया को लेकर बिहार विधानसभा में तीखी बहस हो रही है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि इसके जरिए कुछ विशेष समुदायों को टारगेट किया जा रहा है और यह एक पक्षपाती कदम है।
दूसरी ओर, बीजेपी ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने वाला कदम बताया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया से चुनावी पारदर्शिता बढ़ेगी और फर्जी वोटिंग पर रोक लगेगी।
कंगना रनौत के बयानों को बीजेपी की उसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत वह अब इस मुद्दे को राज्य से निकालकर राष्ट्रीय बहस का विषय बनाना चाहती है। कंगना का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है और विपक्ष लगातार सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रहा है।