बलूच नेता मीर यार बलूच ने ट्रंप को बताया कि तेल और खनिज भंडार बलूचिस्तान के हैं। पाकिस्तान इन्हें आतंकवाद फैलाने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।
Balochistan: बलूच नेता मीर यार बलूच ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की सेना और ISI बलूचिस्तान के ट्रिलियन डॉलर के प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए कर सकती है। उन्होंने ट्रंप को यह स्पष्ट किया कि बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बल्कि एक अलग राष्ट्र है, जिस पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा किया हुआ है। मीर यार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बलूच लोगों की आजादी और अधिकारों के समर्थन की अपील की है।
ट्रंप के बयान पर बलूच नेता की तीखी प्रतिक्रिया
हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक घोषणा की थी कि अमेरिका और पाकिस्तान मिलकर पाकिस्तान में विशाल तेल भंडारों का विकास करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि भविष्य में पाकिस्तान भारत को तेल बेच सकता है। ट्रंप के इस बयान के बाद बलूच नेता मीर यार बलूच ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्रंप को आगाह किया है कि उन्हें पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी ISI ने गुमराह किया है।
'तेल और खनिज बलूचिस्तान के हैं, न कि पाकिस्तान के'
मीर यार बलूच ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जो तेल, गैस और खनिज संसाधनों की बात की जा रही है, वे पाकिस्तान के नहीं, बल्कि बलूचिस्तान के हैं। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र है, जिस पर पाकिस्तान ने 1948 में अवैध रूप से कब्जा किया था। उन्होंने ट्रंप को यह समझाने की कोशिश की कि प्राकृतिक संसाधनों की मौजूदगी पंजाब या पाकिस्तान में नहीं, बल्कि बलूचिस्तान में है।
जनरल आसिम मुनीर पर लगाए गंभीर आरोप
बलूच नेता ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ट्रंप और उनकी टीम को गुमराह करने में सबसे बड़ा हाथ पाकिस्तानी सेना और उसकी कूटनीतिक मशीनरी का है। उन्होंने कहा, "आपका यह मानना सही है कि इस क्षेत्र में खनिज संपदा है, लेकिन आपको यह समझना होगा कि यह सब कुछ बलूचिस्तान में है, न कि पाकिस्तान में।"
उन्होंने आगे कहा कि तेल, प्राकृतिक गैस, तांबा, लिथियम, यूरेनियम और रेयर अर्थ मिनरल्स जैसी संपदा बलूचिस्तान की है, जिसे पाकिस्तान अपने फायदे के लिए हथियाना चाहता है।
ISI को बताया आतंकी नेटवर्क का संरक्षक
मीर यार बलूच ने ISI को आतंकवादी संगठनों का संरक्षक बताया। उन्होंने ट्रंप को चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान की सेना और ISI को बलूचिस्तान के खनिज संसाधनों तक पहुंच मिली, तो वह उनका उपयोग वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने में करेगी। इससे पूरी दुनिया की सुरक्षा को गंभीर खतरा होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की फौज और ISI इन संसाधनों से मिलने वाली आय का इस्तेमाल भारत और इजराइल जैसे देशों के खिलाफ जिहादी गतिविधियों में करेगी। इससे न सिर्फ दक्षिण एशिया में अस्थिरता बढ़ेगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी आतंक का खतरा उभरेगा।
बलूच जनता को नहीं मिलता संसाधनों का लाभ
मीर यार बलूच ने इस बात पर जोर दिया कि बलूचिस्तान की प्राकृतिक संपदा का लाभ वहां की जनता को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार और उसकी सेना इन संसाधनों का उपयोग केवल अपने सामरिक हितों और आतंकवादी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए करती है।
बलूच नेता ने कहा कि बलूच जनता दशकों से शोषण और अत्याचार का सामना कर रही है। वहां के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिलतीं, जबकि उनके क्षेत्र से निकले खनिजों का लाभ पाकिस्तान के शक्तिशाली वर्गों को मिल रहा है।
दुनिया से की बलूच स्वतंत्रता संग्राम को समर्थन देने की अपील
मीर यार बलूच ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर अमेरिका से अपील की कि वे बलूच लोगों की वैध मांगों को समझें और उनका समर्थन करें। उन्होंने कहा, "हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि वे बलूचिस्तान के वास्तविक हालात को समझें और हमारे आजादी के संघर्ष में साथ दें। बलूच लोग अपने संसाधनों और जमीन पर अधिकार चाहते हैं, और यह पूरी तरह से न्यायसंगत मांग है।"