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ChatGPT Security Updates: अमेरिका में युवक की सुसाइड के बाद पैरेंटल कंट्रोल और इमरजेंसी फीचर्स जोड़ने का ऐलान

ChatGPT Security Updates: अमेरिका में युवक की सुसाइड के बाद पैरेंटल कंट्रोल और इमरजेंसी फीचर्स जोड़ने का ऐलान

OpenAI ने ChatGPT में नए सुरक्षा सुधारों का ऐलान किया है। अमेरिका में एक युवक की सुसाइड के बाद कंपनी पैरेंटल कंट्रोल और इमरजेंसी सेफगार्ड फीचर्स जोड़ रही है। इन बदलावों का उद्देश्य यूजर्स की निजी बातचीत सुरक्षित रखना और मानसिक जोखिम कम करना है।

ChatGPT Security Updates: अमेरिका में एक 16 वर्षीय युवक की सुसाइड के बाद OpenAI ने अपने लोकप्रिय AI चैटबॉट ChatGPT में सुरक्षा सुधारों की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि अब ChatGPT में पैरेंटल कंट्रोल और इमरजेंसी सेफगार्ड फीचर्स शामिल होंगे। यह कदम ऐसे मामलों में यूजर्स को संकटग्रस्त स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाने के लिए उठाया गया है। OpenAI ने बताया कि लंबे समय तक निजी बातचीत करने वाले यूजर्स के मानसिक स्वास्थ्य जोखिम को कम करना और उन्हें लाइसेंस प्राप्त थैरेपिस्ट से जोड़ना इसके मुख्य उद्देश्य हैं।

ChatGPT में नए सेफगार्ड फीचर्स

अमेरिका में एक युवक की सुसाइड के बाद OpenAI ने अपने लोकप्रिय AI चैटबॉट ChatGPT में सुरक्षा सुधारों की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि अब ChatGPT में पैरेंटल कंट्रोल और नए सेफगार्ड फीचर्स जोड़े जाएंगे, ताकि यूजर्स की निजी बातचीत सुरक्षित बनी रहे। OpenAI के अनुसार, लोग ChatGPT का इस्तेमाल न केवल कोडिंग, लेखन और सर्च के लिए कर रहे हैं बल्कि गहन निजी बातचीत भी कर रहे हैं, जिससे मानसिक जोखिम उत्पन्न हो रहे हैं और इन्हें नियंत्रित करना आवश्यक हो गया है।

मुकदमे ने बढ़ाई जिम्मेदारी

मैथ्यू और मारिया रेने ने OpenAI के खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए ChatGPT को अपने 16 वर्षीय बेटे एडम की आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया। उनका आरोप है कि चैटबॉट ने एडम के विचारों को वैलिडेट किया और खुद को नुकसान पहुंचाने के तरीके सुझाए। इसके अलावा, चैटबॉट ने सुसाइड नोट भी तैयार किया। परिवार का कहना है कि GPT-4o को पर्याप्त सुरक्षा उपायों के बिना लॉन्च किया गया था और उन्होंने मुआवजे के साथ यूजर्स की उम्र वेरिफिकेशन और चैटबॉट पर अत्यधिक निर्भरता को लेकर चेतावनी देने की मांग की है।

OpenAI का बयान और भविष्य की योजना

OpenAI के प्रवक्ता ने एडम की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि ChatGPT में पहले से सुरक्षा उपाय मौजूद हैं, जो संकट में यूजर्स को सुसाइड प्रिवेंशन हॉटलाइन तक रिडायरेक्ट करते हैं। हालांकि, लंबी बातचीत में यह हमेशा प्रभावी नहीं होता। कंपनी अब इसे सुधारने की योजना बना रही है, जिसमें यूजर्स को इमरजेंसी सर्विसेज तक वन-क्लिक एक्सेस मिलेगा और जरूरतमंदों को ChatGPT के जरिए लाइसेंस प्राप्त थैरेपिस्ट से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही, 18 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए पैरेंटल कंट्रोल लागू किया जाएगा।

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