Columbus

चिलचिलाती गर्मी से राहत की उम्मीद: दिल्ली-NCR समेत देश के कई हिस्सों में मानसून की आहट?

चिलचिलाती गर्मी से राहत की उम्मीद: दिल्ली-NCR समेत देश के कई हिस्सों में मानसून की आहट?

दिल्ली-एनसीआर और समूचे उत्तर भारत में कई दिनों से जारी भीषण गर्मी और लू (Heatwave) से अब लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि अब गर्म हवाओं से परेशान लोगों के लिए बेहतर मौसम की शुरुआत हो रही है।

मौसम: उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी, हीटवेव और उमस से परेशान लोगों के लिए अब राहत की खबर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर और उससे सटे राज्यों में अब तापमान गिरने और मानसूनी बारिश की शुरुआत का संकेत मिल रहा है। देशभर में मानसून ने दोबारा रफ्तार पकड़ ली है और 20 जून से पहले यह कई हिस्सों में सक्रिय रूप से दस्तक देगा।

भीषण गर्मी से राहत की ओर दिल्ली-एनसीआर

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 45 डिग्री तक पहुंच चुके तापमान ने जनजीवन को प्रभावित कर रखा था, लेकिन अब IMD के मुताबिक आज,14 जून से लेकर 20 जून तक रोजाना हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटों की संभावना जताई गई है। साथ ही, आंधी-तूफान और तेज हवाओं के साथ मौसम में तेजी से बदलाव होने वाला है।

मानसून की स्थिति: कब, कहां और कैसे आगे बढ़ रहा है?

2025 में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 24 मई को केरल में समय से पहले दस्तक दी थी, जो 2009 के बाद से सबसे जल्दी है। इसके बाद मानसून ने तेजी से उत्तर की ओर रुख किया और 29 मई तक मुंबई और पूर्वोत्तर भारत तक पहुंच गया था। हालांकि, इसके बाद यह कुछ समय के लिए ठहर गया था। अब दोबारा सक्रिय होकर यह 18 जून तक मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में पहुंचेगा।

देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की प्रगति

  • दिल्ली : 22-23 जून 2025, जबकि सामान्य तिथि 30 जून मानी जाती है।
  • बिहार: 18 जून के बाद अच्छी बारिश की शुरुआत
  • उत्तर प्रदेश: 15-20 जून तक हल्की से मध्यम वर्षा
  • पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़: गरम रातों की चेतावनी, 17 जून से आंधी के साथ बारिश
  • राजस्थान: पश्चिमी हिस्सों में 15-18 जून तक धूलभरी आंधी
  • झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़: 16 जून तक तेज हवाओं और गरज के साथ वर्षा
  • महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश: 14-17 जून के बीच मानसूनी झोंके और मध्यम बारिश
  • हिमाचल, उत्तराखंड: 15-19 जून तक बारिश और बिजली गिरने की संभावना

IMD का पूर्वानुमान कहता है कि अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन 5 दिनों के भीतर 2-5 डिग्री की गिरावट संभव है। 

मानसून को क्या कर रहा है प्रभावित?

भारत में मानसून की चाल बहुत जटिल होती है और यह वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों पर निर्भर करती है। इस बार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुए निम्न दबाव तंत्र ने मानसून को नई ऊर्जा दी है। इसके साथ ही, पश्चिमी हवाओं और क्षोभमंडल में पूर्व-पश्चिम दिशा में बनी गर्त (trough) प्रणाली के कारण मानसून 19-25 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में और तेजी से फैल सकता है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून अपेक्षाकृत समय से पहले दिल्ली और आसपास के हिस्सों में पहुंचेगा, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि वर्षा भी औसत से अधिक होगी। मानसून की शुरुआत और कुल बारिश के बीच कोई सीधा संबंध नहीं होता।

Leave a comment