दिल्ली में दिवाली पर वायु प्रदूषण ने चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। PM 2.5 का स्तर 670 पार पहुंच गया और राजधानी का अधिकांश हिस्सा 'बहुत खराब' AQI श्रेणी में आ गया। डॉक्टरों ने मास्क पहनने की चेतावनी दी है।
नई दिल्ली: दिल्ली में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण ने नया रिकॉर्ड बनाया है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आज सुबह अक्षरधाम के आसपास AQI 360 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में आता है। आनंद विहार में AQI 355 और आईटीओ पर 362 दर्ज किया गया, जिससे दिल्ली-एनसीआर की हवा गैस चैम्बर जैसी हो गई।
इस स्थिति के चलते डॉक्टर घरों के बाहर मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। दिल्ली में ग्रेड 2 प्रदूषण अलर्ट लागू किया गया है। पंजाबी बाग में AQI 437 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘संकटपूर्ण’ कैटेगरी के करीब है। नोएडा में AQI 298 और गुरुग्राम में 252 दर्ज हुआ, जो कि दोनों ही बहुत खराब श्रेणी में आते हैं।
दिवाली पर प्रदूषण ने तोड़े रिकॉर्ड
इस दिवाली दिल्ली में PM 2.5 का स्तर 675 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया, जो पिछले चार सालों में सबसे अधिक है। साल 2024 में यह 609, 2023 में 570, 2022 में 534 और 2021 में 728 था।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली पर पटाखों के साथ-साथ पराली जलाने और ठंडी हवाओं के कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा। इससे राजधानी के वायु गुणवत्ता का स्तर गंभीर रूप से प्रभावित हुआ और लोगों की सेहत के लिए खतरा बन गया।
ध्वनि प्रदूषण की भी उड़ी धज्जियां
वायु प्रदूषण के साथ ही शहर में ध्वनि प्रदूषण भी चिंता का विषय बन गया है। दिवाली के दौरान दिल्ली के 26 ध्वनि निगरानी केंद्रों में से 23 ने अधिकतम सीमा से ऊपर ध्वनि स्तर दर्ज किया। पिछले साल यह संख्या 22 थी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह केवल वायु प्रदूषण नहीं बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करता है।
प्रतिबंधों के बावजूद शहर में पटाखों की आवाज ने शहरी जीवन को प्रभावित किया। ध्वनि और वायु प्रदूषण के मिश्रण ने दिल्लीवासियों के लिए दिवाली को चुनौतीपूर्ण बना दिया।
प्रदूषण पर सियासी बहस
दिल्ली में दिवाली पर प्रदूषण को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि AAP पंजाब के किसानों को पराली जलाने के लिए उकसा रही है, ताकि राजधानी की हवा जहरीली हो और सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
वहीं, आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दिल्ली मंत्री की आलोचना की और कहा कि वर्ष 2025 में दिवाली पर केवल AQI 11 अंक बढ़ा, जो पिछले तीन सालों की तुलना में कम है। AAP ने आर्टिफिशियल रेन कराने के वादे को भी याद दिलाया।