उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। कानपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव निराशा और कुंठा में बयानबाजी कर रहे हैं क्योंकि जनता ने उन्हें बार-बार नकारा है। डिप्टी सीएम ने यहां तक कहा कि अगर अखिलेश में हिम्मत है तो वे खुले मंच पर मुझसे बहस करें, ताकि सच जनता के सामने आए।
डिप्टी सीएम ने कहा ?
अखिलेश यादव आजकल आईने से डरते हैं, क्योंकि वो उन्हें उनकी विफलता दिखाता है। जो खुद अपने कार्यकाल की असफलताओं से भागता है, वही आज दूसरों पर आरोप लगाने में लगा है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में योगी सरकार की विकास नीतियों और कानून व्यवस्था की मजबूती ने सपा की राजनीति की ज़मीन हिला दी है, और यही वजह है कि अखिलेश यादव अब बौखलाहट में अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।
डिबेट के लिए दी खुली चुनौती
डिप्टी सीएम ने सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर अखिलेश यादव को खुद पर विश्वास है तो वे एक खुले मंच पर बहस करें—विकास, कानून व्यवस्था, रोजगार, स्वास्थ्य, और शिक्षा जैसे मुद्दों पर। उन्होंने कहा कि "जनता के सामने ही तय हो जाएगा कि किस सरकार ने क्या किया और कौन केवल वादों की राजनीति करता रहा।
अखिलेश के बयानों को बताया भ्रम फैलाने वाला
बृजेश पाठक ने अखिलेश यादव द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि हकीकत ये है कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में अपराधियों को संरक्षण, भ्रष्टाचार, और गुंडाराज अपने चरम पर था। उन्होंने दावा किया कि योगी सरकार ने न केवल अपराधियों पर शिकंजा कसा, बल्कि हर क्षेत्र में आम नागरिक को न्याय और सुविधा दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए।
जनता का विश्वास भाजपा के साथ
डिप्टी सीएम ने कहा कि हालिया लोकसभा चुनावों से यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश की जनता का भरोसा प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की नीतियों पर है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल केवल जुटान और जुमलों की राजनीति कर रहे हैं जबकि भाजपा विकास की राजनीति कर रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डिप्टी सीएम ने कानपुर में चल रही विकास परियोजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि शहर में नए मेडिकल कॉलेज, सड़क परियोजनाएं, मेट्रो का विस्तार, और स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर तेजी से काम चल रहा है। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि वे सरकार के कार्यों को स्वयं जाकर देखें, क्योंकि जमीन पर बदलाव साफ नजर आता है।