इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम (ceasefire) के बावजूद तनाव बरकरार है। हमास ने रेड क्रॉस को एक और इजरायली बंधक के अवशेष सौंपे, जबकि इजरायली बलों ने वेस्ट बैंक में तीन आतंकियों को मार गिराया।
World News: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम (ceasefire) लागू होने के बावजूद तनाव खत्म होता नहीं दिख रहा है। एक ओर जहां हमास ने गाजा में रेड क्रॉस को एक और बंधक के अवशेष सौंप दिए हैं, वहीं दूसरी ओर इजरायली सुरक्षा बलों ने वेस्ट बैंक में तीन फिलिस्तीनी आतंकियों को मार गिराया है। दोनों घटनाएं ऐसे समय हुई हैं जब सीजफायर समझौते के तहत दोनों पक्षों को संयम बरतने की अपील की जा रही है।
हमास ने रेड क्रॉस को सौंपे बंधक के अवशेष
हमास ने मंगलवार को गाजा में रेड क्रॉस को एक और इजरायली बंधक के अवशेष सौंपे। यह अवशेष युद्धविराम लागू होने के बाद से सौंपे गए 15वें बंधक के थे। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, गाजा में अब भी 12 और बंधकों के शव मौजूद हैं जिन्हें बरामद कर सौंपा जाना बाकी है। यह प्रक्रिया मानवीय दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इससे प्रभावित परिवारों को closure मिलने की उम्मीद है।
इजरायल का जवाबी एक्शन, तीन आतंकी ढेर
सीजफायर लागू रहने के बावजूद इजरायली सुरक्षा बलों ने मंगलवार तड़के वेस्ट बैंक के उत्तरी हिस्से में अभियान चलाया। इस कार्रवाई में तीन फिलिस्तीनी आतंकियों को मार गिराया गया। इजरायली पुलिस के अनुसार, ये आतंकी जेनिन के पास एक गुफा में छिपे हुए थे और बाहर निकलते समय सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मारे गए।
जेनिन वेस्ट बैंक का वह इलाका है जो लंबे समय से आतंकी गतिविधियों के लिए कुख्यात माना जाता है। पुलिस ने बताया कि ये आतंकी किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे थे, हालांकि उनके संगठन या मिशन के बारे में अभी अधिक जानकारी साझा नहीं की गई है।

7 अक्टूबर 2023 के बाद से तेज हुआ अभियान
हमास के 7 अक्टूबर 2023 को किए गए हमले के बाद इजरायल ने वेस्ट बैंक में सैन्य अभियानों को तेज कर दिया था। इजरायल का दावा है कि इन अभियानों से आतंकियों की गतिविधियों पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है। वहीं मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि इन कार्रवाइयों में बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिक मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
गाजा और वेस्ट बैंक दोनों इलाकों में हाल के महीनों में सुरक्षा स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। संयुक्त राष्ट्र (UN) और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन लगातार दोनों पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील कर रहे हैं।
इजरायल के विदेश मंत्री का बड़ा बयान
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने हंगरी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इजरायल तुर्किये (Turkey) के सैनिकों को उस अंतरराष्ट्रीय बल (international force) में शामिल होने की अनुमति नहीं देगा जो गाजा में युद्धविराम की निगरानी के लिए गठित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इजरायल किसी भी ऐसे देश को इस बल का हिस्सा नहीं बनने देगा जिसकी मंशा या स्थिति संदिग्ध हो। इजरायल का यह रुख अमेरिका द्वारा प्रस्तावित निगरानी बल की संरचना को लेकर नई बहस को जन्म दे रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में युद्धविराम समझौते के तहत गाजा में एक निगरानी बल गठित करने का प्रस्ताव रखा था। 20 सूत्रीय इस समझौते के तहत कहा गया है कि अमेरिका अरब और अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर एक अस्थायी अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (temporary international stabilization force) बनाएगा।













