Columbus

होशियारपुर में अनोखी शादी, घुटनों तक पानी के बिच दूल्हा ट्रैक्टर पर बारात लेकर पहुँचा जालंधर

होशियारपुर में अनोखी शादी, घुटनों तक पानी के बिच दूल्हा ट्रैक्टर पर बारात लेकर पहुँचा जालंधर

पंजाब में बाढ़ के बीच होशियारपुर में दूल्हा ट्रैक्टर से बारात लेकर जालंधर पहुंचा। घुटनों तक पानी और फंसी कारों के बावजूद शादी हुई और दुल्हन को विदा कराया गया। जिले के 119 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।

होशियारपुर: पंजाब के होशियारपुर में भारी बारिश और बाढ़ के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं, जिससे कारें फेल हो गईं। इसके बावजूद दूल्हा ट्रैक्टर पर बारात लेकर जालंधर पहुंचा और दुल्हन के साथ शादी पूरी की। जिले के 119 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, 5,971 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है और प्रशासन राहत शिविरों और बचाव कार्य में जुटा है। सुरक्षा कारणों से नदियों और नालों के किनारों पर जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

ट्रैक्टर ट्रॉली से 20 बाराती सड़क पार किए

खानाौरा गांव से जालंधर तक बारात जाने की तैयारी थी, लेकिन घुटनों तक पानी भरी सड़कें सभी वाहन रुक गए। दूल्हा और बारातियों के लिए आगे बढ़ना मुश्किल हो गया।

परिवार ने ट्रैक्टर ट्रॉली का सहारा लिया। इसमें दूल्हा, दुल्हन के घर से जुड़े 20 बाराती और अन्य परिजन सवार हुए। ट्रैक्टर ने लगभग 1.5 किलोमीटर जलमग्न सड़क पार की, उसके बाद कारों में सवार होकर दुल्हन के घर तक पहुंचा। यह साहसिक प्रयास बाढ़ के बीच एक राहत और उत्सव की मिसाल बन गया।

होशियारपुर के 100 से अधिक गांव बाढ़ से परेशान 

होशियारपुर जिले में 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें तांडा और मुकेरियां उपमंडलों के कई गांव शामिल हैं। खेतों में पानी भरने के कारण धान, गन्ना और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

जिला प्रशासन के अनुसार अब तक 5,971 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है। कुल 1,966 प्रभावित लोगों में से 1,615 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिले में पाँच राहत शिविर संचालित हैं, जिनमें 1,041 लोग रह रहे हैं।

घर और संपत्ति को हुआ गंभीर नुकसान

बाढ़ के कारण जिले में 32 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त, 24 घरों को गंभीर और एक को आंशिक नुकसान हुआ। इसके अलावा, दो पशु शेड भी नष्ट हो गए। उपायुक्त आशिका जैन ने कहा कि प्रभावित लोगों का मुआवजा और सहायता प्रदान की जाएगी। सभी विभागों के समन्वय से राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी है।

प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए

उपमंडल मजिस्ट्रेट गुरसिमरनजीत कौर ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर प्रभावित परिवारों को राशन, तिरपाल और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि स्वास्थ्य सेवाएं और पशु चिकित्सा देखभाल लगातार उपलब्ध कराई जाएं।

भारी मानसूनी बारिश और जलभराव को देखते हुए उपायुक्त ने नदियों, नालों और नहरों में नहाने और उनके किनारे चलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

Leave a comment