देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा मानी जाने वाली IAS की नौकरी हर युवा का सपना होती है, लेकिन जब कोई इसे छोड़कर मायानगरी की चकाचौंध भरी दुनिया की ओर रुख करता है, तो वह सिर्फ एक फैसला नहीं बल्कि एक साहसिक मोड़ होता है। यही कहानी है पूर्व IAS अधिकारी अभिषेक सिंह की, जिन्होंने प्यार में मिले धोखे को ज़िंदगी का टर्निंग पॉइंट बनाया, UPSC की परीक्षा पास की और फिर कुछ सालों में ही सब कुछ छोड़कर अभिनय की दुनिया में कदम रख दिया।
प्यार में मिले धोखे से बदला जीवन का रास्ता
अभिषेक सिंह की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। कॉलेज के दिनों में उन्हें प्यार में गहरा धोखा मिला। इस धोखे ने उन्हें ऐसा झटका दिया कि उन्होंने ज़िंदगी खत्म करने तक के बारे में सोच लिया था। लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और उस दर्द को अपनी ताकत बना लिया। उसी समय उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। खुद अभिषेक ने एक इंटरव्यू में स्वीकार किया था कि उस दर्द ने मेरी आत्मा को झकझोर दिया और मैं खुद को साबित करना चाहता था।
2011 में उन्होंने UPSC में ऑल इंडिया रैंक 94 के साथ सफलता हासिल की और IAS अधिकारी बने। उनके पिता खुद IPS अधिकारी थे और इस सिस्टम को बहुत करीब से देखने का मौका उन्हें मिला।
IAS की नौकरी छोड़ी, क्योंकि दिल था एक्टिंग में
UPSC पास करने के बाद उन्होंने IAS अधिकारी के रूप में देश की सेवा शुरू की। लेकिन उनके दिल में एक अधूरी ख्वाहिश थी – अभिनय की। वो हमेशा से ही अभिनेता बनना चाहते थे लेकिन सामाजिक दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियों और करियर की स्थिरता के चलते उन्होंने पहले प्रशासनिक सेवा को चुना। कुछ वर्षों तक सेवा देने के बाद, अभिषेक सिंह ने साल 2023 में IAS की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। उस समय उनका ये फैसला काफी चर्चा में रहा क्योंकि शायद ही कोई इतना बड़ा कदम उठाता है, खासकर जब उसके पास एक सम्मानजनक और स्थायी सरकारी पद हो।
ग्लैमर की दुनिया में शानदार शुरुआत
अभिषेक सिंह ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 2020 में एक शॉर्ट फिल्म ‘चार पंद्रह’ से की, जिसे महज 72 घंटों में शूट किया गया था। फिल्म को कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सराहा गया और अवॉर्ड भी मिले। इसके बाद वह बी प्राक के पॉपुलर म्यूजिक वीडियो ‘दिल तोड़ के’ में नजर आए, जिसने 24 घंटे में 10 मिलियन से ज्यादा व्यूज हासिल किए।
इसके बाद अभिषेक को जुबिन नौटियाल के गीत ‘तुझे भूलना तो चाहा’, नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘दिल्ली क्राइम सीजन 2’, और बादशाह के म्यूजिक वीडियो ‘स्लो स्लो’ में भी देखा गया। इतना ही नहीं, उनका गाना ‘थर्ड पार्टी’ जिसमें उन्होंने सनी लियोनी के साथ अभिनय किया, वो भी काफ़ी वायरल रहा।
बॉलीवुड में मजबूत पकड़, ‘1946: डायरेक्ट एक्शन डे’ से लीड रोल
अभिषेक सिंह फिलहाल एक ऐतिहासिक फिल्म ‘1946: डायरेक्ट एक्शन डे’ में लीड रोल निभा रहे हैं। इस फिल्म को लेकर दर्शकों और फिल्म समीक्षकों में खासा उत्साह है, क्योंकि यह भारत के विभाजन से पहले के एक ज्वलंत मुद्दे पर आधारित है। इसके अलावा वह कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी अपनी मौजूदगी के चलते सुर्खियों में रहे। बॉलीवुड में उनकी लगातार सक्रियता और उच्चस्तरीय फैशन इवेंट्स में शिरकत यह बताती है कि उन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा ली है।
विवादों से भी रहा नाता
हालांकि अभिषेक सिंह का करियर हमेशा साफ-सुथरा नहीं रहा। उन पर यह आरोप लगा कि उन्होंने UPSC विकलांग श्रेणी से पास की थी जबकि सोशल मीडिया पर उनके डांस और जिम वर्कआउट के वीडियो सामने आए। इस पर सवाल उठे कि क्या वह सही मायने में उस कैटेगरी में आते हैं? हालांकि उन्होंने इन सभी आरोपों को प्रोपेगेंडा बताते हुए कहा कि उन्होंने सब कुछ योग्यता से हासिल किया है।
वहीं, गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में प्रेक्षक के रूप में तैनाती के दौरान, उन्होंने अपनी कार के सामने फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर डाली, जो चुनाव आयोग की गाइडलाइन का उल्लंघन माना गया। इसके चलते उन्हें पर्यवेक्षक पद से हटाकर तुरंत क्षेत्र छोड़ने का आदेश दिया गया।
परिवार में भी प्रशासनिक पृष्ठभूमि
अभिषेक सिंह के पिता एक वरिष्ठ IPS अधिकारी हैं और उनकी पत्नी दुर्गाशक्ति नागपाल खुद एक जानी-मानी IAS अधिकारी हैं, जिन्हें ईमानदारी और साहसिक निर्णयों के लिए जाना जाता है। दोनों बचपन के साथी हैं और एक दूसरे के लिए सपोर्ट सिस्टम भी। दुर्गाशक्ति जहां सिस्टम के भीतर रहकर बदलाव लाने में विश्वास रखती हैं, वहीं अभिषेक ने सिस्टम से बाहर जाकर अपने सपनों को जीने का रास्ता चुना।