इजरायल के हमले में IRGC जनरल काजमी की मौत के बाद ईरान ने मजीद खादमी को IRGC खुफिया प्रमुख नियुक्त किया। तनाव की वृद्धि की आशंका बढ़ी।
Middle East Iran: इजरायल-ईरान के बीच हाल के बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने अपने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) में खुफिया विभाग का नेतृत्व बदल दिया है। ईरान द्वारा हाल ही में किए गए इस कदम में ब्रिगेडियर जनरल मजीद खादमी को IRGC का नया खुफिया प्रमुख नियुक्त किया गया है। इस घोषणा को IRGC के मेजर जनरल मोहम्मद पाकपुर ने आधिकारिक रूप से किया है।
क्यों हुआ यह बदलाव?
इस नियुक्ति को उसी समय किया गया जब इजरायली हवाई हमले में IRGC के एक और वरिष्ठ जनरल मोहम्मद काजमी सहित अन्य दो शीर्ष अधिकारियों की मौत हुई। काजमी के साथ-साथ हसन मोहकक और मोहसिन बागेरी जैसे वरिष्ठ कमांडर भी हमलों में शहीद हो गए। इन मौतों ने IRGC के खुफिया कमांड संरचना में एक बड़ी रिक्तता पैदा कर दी थी।
पहले कौन संभाल रहा था IRGC खुफिया कमान?
मई और जून में IRGC के मिसाइल व खुफिया एकाइयों में तनाव के स्तर के बीच काजमी और मोहकक ने इसी इकाई का नेतृत्व किया था। General पाकपुर ने कहा कि “जब शहीद कमांडर काजमी और मोहकक ने IRGC की खुफिया इकाई का नेतृत्व किया, तब हर स्तर पर प्रगति देखने को मिली।” इससे यह पता चलता है कि इन नेताओं ने खुफिया नेटवर्क को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
कौन हैं मजीद खादमी?
ब्रिगेडियर जनरल मजीद खादमी IRGC में पिछले कई वर्षों से कार्यरत हैं। इनमें सैन्य रणनीति तथा खुफिया संचालन का व्यापक अनुभव है। उनके नाम के साथ IRGC खुफिया इकाई के क्षेत्रीय और रणनीतिक संचालन की जिम्मेदारी जोड़ी जा रही है। खादमी अब पाकपुर द्वारा सौंपी गई यह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
इजराइन से सफ़ाई की क्या वजह बनी?
पिछले सप्ताह इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संबंध में परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने की घोषणा की थी। इजरायली अधिकारियों का दावा था कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के बहुत करीब है। हालांकि ईरान ने इस आरोप का बार-बार खंडन किया। इजरायली हमले बढ़ते गए और IRGC के कई वरिष्ठ अधिकारी मारे गए।
इसके जवाब में ईरान ने इजरायली अस्पतालों समेत अन्य नागरिक सुविधाओं को मिसाइल अटैक किए। General पाकपुर ने चेतावनी दी है कि “अगर इजरायल हमले नहीं बंद करता, तो ईरान नरक के दरवाजे खोल देगा।”